पूर्णियाः बिहार के पूर्णिया में कई शिक्षक अभ्यर्थियों की नियुक्ति रद्द (Teacher Candidates Appointment Canceled in purnea) होने के बाद किए गए धरना प्रदर्शन और घेराव को लेकर जिला शिक्षा विभाग की काफी फजीहत हो रही है. मामले की गम्भीरता को देखते हुए डीएम राहुल कुमार (DM Rahul Kumar) ने एक टीम गठित कर निष्पक्ष जांच कराने का निर्देश जारी कर दिया.
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दरअसल नियोजन इकाई और शिक्षा विभाग की टकराहट में 300 नियोजित शिक्षकों का पूरा कैरियर दांव पर लग गया है, गौरतलब है कि जुलाई 2021 में 52 पंचायत से 500 शिक्षकों का नियोजन इकाई के द्वारा चयन कर शिक्षा विभाग को भेजा गया था. लेकिन 6 महीने के बाद शिक्षा विभाग ने सभी 500 शिक्षकों की नियुक्ति पर प्रश्रचिन्ह लगा दिया और सभी नियुक्ति को रद्द करने की अनुशंसा कर दी.
जब इस बात की जानकारी हुई तो शिक्षक अभ्यर्थियों ने शिक्षा विभाग का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया. मामले की गम्भीरता की देखते हुए इसकी जानकारी सदर एसडीओ राकेश रमन और सदर एसडीपीओ एसके सरोज को दी गई. दोनों वरीय पदाधिकारी ने अविलंब शिक्षा विभाग कार्यालय पहुंचकर जिला शिक्षा पदाधिकारी श्यामबाबू राम और शिक्षक संघ के नेता अरविंद कुमार सिंह से मुलाकात की.
इसके बाद सदर एसडीओ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, अरविंद कुमार सिंह और शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ बैठक कर तत्काल हंगामे को ये कहते हुए समाप्त कराया कि शिक्षक संघ द्वारा एक मेमोरेंडम शिक्षा विभाग निदेशक को भेज कर इसकी दोबारा जांच की मांग की जाय.
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बहरहाल इस मामले को लेकर शिक्षक संघ और शिक्षक अभ्यर्थियों ने एक मेमोरेंडम डीएम राहुल कुमार को भी दिये. उन्होंने मामले की गम्भीरता को देखते हए अविलंब एडीएम की अध्यक्षता में दो सदस्य डीपीएम (स्थापना) और जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित तीन सदस्यीय टीम जांच के लिए गठित कर दी. जो सात दिनों के अंदर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर अपनी रिपोर्ट डीएम को सौपेंगे
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