पूर्णिया: जिले के बनमनखी अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में बनाए गए उत्तर भारत के पहले मॉडल पीपीटीसीटी केंद्र का विधिवत उद्घाटन डीएम राहुल कुमार ने किया. इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ उमेश शर्मा, बिहार राज्य एड्स कॉन्ट्रोल सोसाइटी के सहायक प्रोजेक्ट निदेशक समेत दर्जनों चिकित्सा पदाधिकारी मौजूद थे.
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'अनुमंडलीय अस्पताल में संचालित पीपीटीसीटी सेन्टर में स्थानीय स्तर के अलावा आसपास के इलाकों के मरीजों की जांच की जाती है. इस जांच केंद्र में अभी तक पूर्णिया जिले के बनमनखी, धमदाहा, बड़हरा कोठी, मधेपुरा जिले के मुरलीगंज सहित कई अन्य प्रखंडों से आने वाली गर्भवती महिलाओं की काउंसिलिंग की जाती थी. इसके साथ ही पड़ोसी ज़िले सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया जिले के भरगामा प्रखंड से आने वाले मरीजों की काउंसिलिंग करने के बाद उसकी जांच की जाती है'.- राहुल कुमार, डीएम
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'एचआईवी के संक्रमण के प्रति जागरूकता और इससे बचाव के लिए वर्ष 2007 में बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के द्वारा आईसीटीसी की स्थापना की गई थी. इस पीपीटीसीटी पर आने वाले सभी मरीजों को काउंसलर के द्वारा परामर्श दी जाती है. उसके बाद लैब टेक्नीशियन के द्वारा जांच की व्यवस्था की गई है. बनमनखी अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में ही पीपीटीसीटी संचालित है. जहां आमजनों के साथ ही गर्भवती महिलाओं की एचआईवी एड्स की जांच करने की सुविधा उपलब्ध है'.- डॉ उमेश शर्मा, सिविल सर्जन
पीपीटीसीटी सेंटर में मिलगी सारी सुविधा
अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में ही एक कमरे को सुसज्जित तरीके से सजाया गया है. जहां पर हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध है.आने वाले हर मरीज को परामर्श के साथ ही एचआईवी जांच कराने वालों के लिए बैठने के लिए एक प्रतीक्षालय कक्ष भी बनाया गया है. जिसमें दो एयर कंडीशनर लगायी गयी है. इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को बैठने के लिए दो आरामदायक कुर्सी अलग से लगाई गई है. एक ही कक्ष में ग्लास से घिरे तीन अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं. जिसमें एक उपकरण और मेटेरियल्स रखने, दूसरे काउन्सिलिंग करने और तीसरे में एचआईवी टेस्ट की व्यवस्था की गई है.