पूर्णिया: कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर जिले के सौरा नदी तट पर पूरे विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ देव दीपावली मनाई गई. इस मौके पर 21 हजार दीया प्रज्वलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. बनारस से पहुंचे 11 पंडितों के महाआरती के साथ मां गंगा की आरती संपन्न हुई. इस दौरान सौरा नदी घाट की खूबसूरती देखते ही बन रही थी. वहीं, भव्य आरती का भी आयोजन किया गया था.
शाम ढ़लते ही देव दीपावली पर हर साल की तरह दीप जलाने दूर-दूर से महिलाएं सिटी काली मंदिर स्थित सौरा नदी तट पहुंची. इस मौके पर 21 हजार दीप प्रज्वलित किया गया. फूलों से बनी रंग-बिरंगी आकृति में जलते इन दीयों से जगमगाता सौरा नदी घाट बेहद खूबसूरत लग रहा था.
मनाई गई देव दीपावली
45 मिनट तक चली महाआरती की शुरुआत शंखनाद से हुई. इसके बाद बनारस से आए पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ देव दीपावली की पूजा की. वहीं, संघ के सदस्यों की ओर से पूरे विधि-विधान के साथ कोसी नदी की महाआरती की गई. वातावरण में गूंजते वैदिक मंत्रोच्चार, हाथों की थाप और प्रज्ज्वलित दीयों के बीच सौरा नदी तट पर मौजूद सभी लोग आस्था के सागर में सराबोर नजर आए.
बनारस से आये पुरोहितों ने कराई पूजा
इस बाबत श्री राम सेवा संघ के अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने बताया कि बीते 2 साल की तरह इस साल भी श्री राम सेवा संघ की ओर से कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर देव दीपावली का आयोजन किया गया. जिसकी पूजा संपन्न कराने बनारस से 11 पुरोहित पहुंचे थे. पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 45 मिनट तक पूजा और सौरा नदी की महाआरती की गई.