पूर्णिया: सुबोध के ससुरालवालों का कहना है कि सुबोध की हत्या गला दबाकर कर दी गई है. ससुराल वाले मृतक के भाई मनोज यादव पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं. मृतक के ससुराल वालों ने उसे हादसा नहीं बल्कि हत्या बताया है.
ड्राइवर का शव अस्पताल में छोड़ फरार हुए लोग
बस ड्राइवर सुबोध को कुछ लोगों ने सदर अस्पताल के बाहर छोड़ दिया और फरार हो गये. परिजनों को पहले जानकारी मिली थी कि बस की चपेट में आने से सुबोध की मौत हुई है. मगर मृतक के ससुराल वाले इसे हादसा मानने को तैयार नहीं है. वहीं स्थानीय लोगों ने बस को पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया है.
हत्या या हादसा की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस
बस पुलिस को सौंप दिया गया है. गाड़ी पूर्णिया के सहायक थाने में लगी हुई है. बस का नाम दीवानगंज दूत है जो पूर्णिया से कटिहार चलती थी. बस मृतक के बड़े भाई मनोज यादव और उसकी बहन के नाम पर है. मनोज और सुबोध में बराबर किसी न किसी बात को लेकर विवाद हुआ करता था. ऐसे में मृतक के ससुराल वाले इसे आपसी रंजिश की घटना बता रहे हैं.