पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में बच्चे की हत्या का मामला सामने आया है. रुपौली थाना क्षेत्र में खेलते हुए सात वर्षीय बच्चे मंटू को पड़ोसी ने पहले किडनैप किया और फिर उसकी हत्या कर झाड़ी में शव को फेंक दिया. बताया जा रहा है कि 15 साल पुराने विवाद को लेकर पड़ोसी ने इस घटना को अंजाम दिया. मंटू अपने दादा के साथ गांव में रहता था, उसके पिता और चाचा प्रदेश में मजदूरी का काम करते हैं. घटना के बाद स्थानीय थाने की पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
जमीन विवाद में ली बच्चे की जान: घटना की जानकारी देते हुए मृत मंटू के चाचा शंकर ऋषि ने बताया कि उनके बड़े भाई प्रदेश में मजदूरी का काम करते हैं. उनका भतीजा मंटू अपने दादा के साथ गांव में रहता था. पिछले 15 वर्ष पूर्व पड़ोसी उमेश ऋषि की जमीन को लेकर मंटू के दादा के साथ विवाद हुआ था, जिस बात को लेकर इस घटना को उमेश ऋषि के द्वारा अंजाम दिया गया है.
"मंटू घर के बाहर खेल रहा था उसी समय उमेश ऋषि उसे बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया और फिर उसकी हत्या कर दी. उसने बच्चे की हत्या करने के बाद शव को घर के पीछे झाड़ी में फेंक दिया."-शंकर ऋषि, बच्चे के चाचा
हत्यारे ने कबूला गुनाह: बच्चे के परिजन ने घटना की जानकारी स्थानीय थाने की पुलिस को दी और उमेश ऋषि को मंटू के हत्या का आरोपी बनाते हुए मामला दर्ज करवाया. इसके बाद पुलिस ने उमेश ऋषि को गिरफ्तार किया. उमेश ऋषि ने पुलिस के समक्ष घटना को अंजाम देने की बात को स्वीकार लिया. पकड़े गए पड़ोसी ने पुलिस को बताया कि पिछले 15 वर्ष पूर्व रास्ते को लेकर बच्चे के दादा से विवाद हुआ था. जिसे लेकर उसने घटना को अंजाम दिया. वहीं घटना के बाद मंटू के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है.
"मंटू अपने दादा के साथ अकेला गांव में रहता था, जिसका फायदा उठाते हुए खेलते समय मंटू को बहला फुसलाकर मैं अपने साथ ले गया. घटना को अंजाम देने के बाद शव को झाड़ी में फेक दिया था." -उमेश ऋषि, पड़ोसी
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