पूर्णिया: जिले में जैसे-जैसे चुनावों की तारीखें करीब आ रही हैं सियासी काउंट डाउन तेज होता जा रहा है. बढ़ती सियासी सरगर्मी के बीच कुछ ऐसे ही हालात पूर्णिया सदर विधानसभा क्षेत्र में बन पड़े है. एनडीए बनाम महागठबंधन के बीच रोमांचक मुकाबला होने वाला है. जिले में तीसरे चरण यानी कि 7 नवंबर को मतदान किया जाना है.
चुनावी अखाड़े में उतरी कांग्रेस प्रत्याशी इंदु सिन्हा
दरसअल महागठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी इंदु सिन्हा इससे पूर्व 2015 में भी चुनावी अखाड़े में उतर चुकी हैं. वहीं सियासी महासमर 2020 में एक बार फिर कांग्रेस ने उनपर भरोसा जताया है. लिहाजा महागठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी इंदु सिंहा दोबारा नए आशाओं के साथ भाजपा के दो दशक पुराने किले को ढहाने उतरेंगी.
'भाजपा सरकार में समस्याओं का नहीं हुआ निदान'
महागठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी इंदु सिन्हा ने कहा कि साल 2000 से अब तक भजापा कि सरकार बनती आ रही है. मगर अब तक पूर्णिया सदर विधानसभा क्षेत्र की समस्याएं जस की तस हैं. फिर चाहे वह शहर का ड्रेनेज सिस्टम की समस्या हो या फिर डंपिंग जोन की. बारिश के दौरान समूचा शहर जैसे पानी में तैरता दिखाई दिया, जिसका हिसाब लेकर जनता तैयार खड़ी है. आगे उन्होंने कहा कि वे शिक्षा, स्वास्थ्य ,सुरक्षा और रोजगार के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही हैं. इसके तहत पलायन को रोकना, कृषि उत्पादों की व्यवस्था में सुधार उनके अहम एजेंडों में से एक है.