पूर्णिया : बिहार के पूर्णिया में बीजेपी नेता राजकुमार मेहता की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई. राजकुमार मेडिकल दुकान चलाते थे. बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि राजकुमार की हत्या रंगदारी के लिए की गई. विजय सिन्हा मृतक के घर पर भी पहुंचे और परिजनों को दुख की घड़ी में ढांढस बंधाया. एसपी को जानकारी होने के बावजूद भी वो घटना स्थल पर नहीं गए जिसे लेकर उन्होंने इसकी निंदा की.
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बीजेपी नेता की चाकू गोदकर हत्या : बता दें कि बेखौफ अपराधियों के द्वारा राजकुमार मेहता की चाकू गोदकर हत्या करने का मामला सामने आया था. प्रथम दृष्टया में लग रहा था कि लूट की घटना को अंजाम देने के दौरान अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है, मगर पूर्णिया पहुंचे नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि ''रंगदारी के मामले को लेकर राजकुमार की हत्या हुई है. राजकुमार भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता थे. उन्होंने पूर्णिया के एसपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इतनी बड़ी घटना हो जाने के बावजूद भी पूर्णिया एसपी ना तो घटनास्थल पर पहुंचे और ना ही मृतक के आवास पर घटना की जानकारी लेने के लिए आए.''
घटना स्थल से मिला 3 चाकू : विजय सिन्हा ने पूर्णिया प्रशासन से मांग की है कि निष्पक्ष जांच कर आरोपी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. वहीं, पूर्णिया की आरक्षी उपाधीक्षक पुष्कर कुमार घटनास्थल का निरीक्षण कर, घटनास्थल से तीन चाकू, एक मोटरसाइकिल की चाबी को बरामद किया है. पुष्कर कुमार ने बताया कि पुलिस हत्या के मामले में जांच में जुट गई है. मृतक के परिजन के द्वारा थाने में भी इसी तरह का मामला दर्ज नहीं करवाया गया है. पुलिस को जांच के दौरान कई अहम सुराग मिले हैं.
हत्या की वजह तलाश रही पुलिस : राजकुमार की हत्या के बाद गांव में मातम का माहौल देखने को मिला. गांव वाले बताते हैं कि राजकुमार मसीहा थे. इलाज के लिए अगर किसी के पास पैसे नहीं रहने के बावजूद भी उनका इलाज किया करते थे. जिसने भी राजकुमार की हत्या की है उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. यह तो साफ है कि राजकुमार मेहता का जिस जगह मेडिकल हॉल था वहां के आसपास के गांव के लोग उन्हें मसीहा मानते थे. अब देखना यह है कि पुलिस जांच के बाद सच्चाई क्या सामने आती है. अपराधी सलाखों के पीछे कब तक जाते हैं.