पटना: यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें फिलहाल कम होती नहीं दिख रही है. मनीष कश्यप की रिमांड अवधि और चार दिनों के लिए बढ़ा दी गई है. बेतिया में मनीष कश्यप ने सरेंडर किया था जिसके बाद आर्थिक अपराध इकाई (EOU) उससे पूछताछ कर रही है. ईओयू ने कोर्ट से मनीष कश्यप के लिए पूछताछ के लिए रिमांड की अपील की थी और ईओयू कोर्ट से परमिशन लेने के बाद लगातार मनीष कश्यप से पूछताछ कर रही है. गुरुवार 23 अगस्त तक ईओयू की पूछताछ थी. लेकिन अब मनीष कश्यप की चार दिनों की रिमांड और बढ़ गई है.
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यूट्यूबर मनीष कश्यप की बढ़ी रिमांड: एक तरफ मनीष कश्यप से पूछताछ जारी है और ईओयू ने और तीन दिनों की रिमांड पर उन्हें ले लिया है वहीं दूसरी तरफ मनीष कश्यप के समर्थन में कई लोग सड़कों पर उतर आए हैं और आज बिहार बंद का ऐलान किया है. खासकर युवाओं में यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है. पटना में इसके खिलाफ युवाओं ने प्रदर्शन भी किया और बिहटा औरंगाबाद मुख्य सड़क पर आगजनी की. मनीष कश्यप पर सरकार ने कई मामले दर्ज किए हैं. ईडी, ईओयू ने भी यूट्यूबर पर प्राथमिकी दर्ज की है.
तमिलनाडु में बिहारियों की पिटाई का फेक वीडियो मामला: बिहारियों के तमिलनाडु में पिटाई के फर्जी वीडियो वायरल करने का मनीष कश्यप पर आरोप है. ईओयू रिमांड पर लिए गए मनीष कश्यप से वायरल और फेक वीडियो को लेकर कई तरह के सवाल कर रही है. ईओयू के तीन दिन और रिमांड लेने से लगता है कि कई राज से मनीष कश्यप ने पर्दा फाश किया है. इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई के हाथ क्या कुछ लगा है, इसका खुलासा नहीं हो सका है.
कई नेताओं से संपर्क!: मनीष कश्यप के कई राजनेताओं से संबंधों की बातों का भी पता चला है. जांच एजेंसियों ने जानकारी दी थी कि मनीष के राजनीतिक दलों के नेताओं से गहरे और अच्छे संबंध हैं. बीजेपी के बड़े नेता का नाम भी इसमें आया है. इसके साथ ही जदयू के नेताओं के संपर्क में रहने की बातों का भी पता चला है. साथ ही ये भी जानकारी हुई है कि पिछले एक से डेढ़ साल के बीच मनीष कश्यप ने अच्छी कमाई की है. करीब 1 करोड़ इसने सोशल मीडिया के माध्यम से कमाया है. मनीष कश्यप ने 68 लाख रुपये खर्च वेतन मद में शो किया था. ऐसे में ईओयू के साथ ही ईडी का शिकंजा भी इसपर अब कसता दिख रहा है.