पटनाः बिहार के मसौढ़ी में भगवान चित्रगुप्त की पूजा धूमधाम से की गई. मसौढी के चित्रगुप्त नगर में कायस्थ समाज के लोगों ने वैदिक मंत्रोच्चारण से पूजा-अर्चना की. इस दौरान कलम-दवात, कॉपी और पुस्तक अर्पित कर सुख समृद्धि की कामना की. मौके पर रवि सिन्हा, सुजीत कुमार, पप्पू सिंह, सोनी सिंह, पिंटू सिंह, अनूप कुमार, रंजन सिंह आदि शामिल रहे.
"हम सबों की खेती कलम-दवात है. इसलिए हम लोग 1 साल का आय व्यय भगवान चित्रगुप्त के समक्ष रखते हैं. आज के दिन पूरे विधि विधान से भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है. इस दिन कलम नहीं छुते हैं. " -रवि कुमार, संयोजक, चित्रगुप्त महाराज पूजा समिति
कलम दवात के साथ चित्रगुप्त भगवान का अवतारः मान्यता है कि चित्रगुप्त भगवान का अवतार कलम दवात के साथ हुआ था. धर्मराज के दरबार में भगवान चित्रगुप्त धर्म-धर्म का लेखा-जोखा करते थे. उनके कार्य कुशलता को देखकर ब्रह्मा जी द्वारा वरदान दिया गया था कि उनके वंशज भी सभी गुणों से निपुन होंगे. कहा जाता है कि आज के दिन महाराज चित्रगुप्त की पूजा करने से मरणोपरांत नरक से मुक्ति मिलती है और कभी अकाल मृत्यु नहीं होती है.
ब्रह्मा जी की काया से भगवान चित्रगुप्त की उत्पत्तिः मानता के अनुसार ब्रह्मा जी की काया से भगवान चित्रगुप्त की उत्पत्ति हुई थी. दिवाली के बाद भगवान चित्रगुप्त की पूर्जा की जाती है. कायस्थ समाज के लोगों ने श्रद्धा और विश्वास के साथ इनकी पूजा करते हैं. इस दिन कायस्थ समाज के लोगों पूजा अर्चना के बाद दान देने का काम करते हैं. पूरे दिन कलम नहीं छूते हैं. बुधवार को बिहार के पटना सहित कई जिलों में भगवान चित्रगुप्त की पूजा की गई.
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