पटना: सोमवार से राजधानी पटना के कॉलेज खुलने के साथ ही एकेडमी गतिविधियां धीरे-धीरे सुचारू रूप से शुरू होने लगी हैं. पटना विश्वविद्यालय (Patna University) अंतर्गत विमेंस ट्रेनिंग कॉलेज (Womens Training College) में मंगलवार से बीएड (B.Ed) छात्राओं के लिए कार्यशाला शुरू हुआ और इसके तहत छात्राओं को टीचिंग स्किल्स (Teaching Skills) सिखाए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- पटना: मगध महिला कॉलेज के छात्रावास का तेजी से हो रहा निर्माण, मिलेंगी कई सुविधाएं
लंबे अंतराल के बाद कॉलेज आई छात्राओं के चेहरे पर कॉलेज आने की खुशी साफ नजर आई और छात्राओं ने कहा कि अभी इस समय ऑनलाइन क्लासेज चल रहे हैं मगर बीएड में प्रैक्टिकल का बहुत महत्व है और ऐसे में अब क्लास खुले हैं तो इस बात की खुशी है कि प्रैक्टिकल क्लासेज में वह अच्छे से टीचिंग स्किल सीख पाएंगी.
फर्स्ट ईयर की छात्रा अंजली राज ने बताया कि ऑफलाइन क्लासेज शुरू हुए हैं यह उनके लिए अच्छी बात है. ऑनलाइन पढ़ाई पहले से चल रही थी जिसमें थियोरेटिकल नॉलेज हो रहा था मगर अब ऑफलाइन क्लासेज होने से प्रैक्टिकल नॉलेज भी होगा.
वर्कशॉप भी शुरू हो रहा है जिसमें टीचिंग स्किल के गुर सिखाए जाएंगे इससे काफी उत्साह है. कोरोना की स्थिति सामान्य होगी और स्कूल जब खुलेंगे तो कॉलेज की तरफ से उन लोगों को स्कूल में ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा ऐसे में प्रैक्टिकल नॉलेज बहुत काम आएगा.
ये भी पढ़ें- आज से खुल रहे हैं प्रदेश के सभी कॉलेज और सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जानें नियम
'लंबे अंतराल के बाद वह कॉलेज पहुंची हूं ऐसे में उन्हें काफी खुशी है. क्लास रूम के माहौल में पढ़ाई करने का अलग आनंद है. यहां ज्यादा बेहतर तरीके से सीखने को मिलता है. टीचर से आमने-सामने इंटरेक्शन होता है. बहुत दिन बाद दोस्तों से भी मिली हूं और मैं काफी खुश हैं. साथ ही कॉलेज में वर्कशॉप शुरू हो रहा है जो उनके लिए काफी फायदेमंद है.' : शैलजा कुमारी, छात्रा
ये भी पढ़ें- पटना: कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को बचाने की तैयारी, AIIMS में पेडियाट्रिक्स चिकित्सकों को दी गयी ट्रेनिंग
'छात्राओं को क्लासरूम स्टडीज के लिए इसलिए बुलाया गया है कि जो भी थोड़ा समय अभी मिला है ऐसे में प्रैक्टिकल कॉम्पोनेंट जो बीएड का इंटीग्रल पार्ट है उसको वह पूरा करा सकें. इसको लेकर वर्कशॉप शुरू हो रहा है जिसमें छात्राओं को टीचिंग स्किल्स सिखाए जाएंगे. इसके अलावा मैथोलॉजी और लेसन प्लान बनाने को भी सिखाया जाएगा. जब स्थिति नॉर्मल होगा और स्कूल खुलेगा तो इन छात्राओं को स्कूल में ट्रेनिंग के लिए भी भेजेंगे क्योंकि यह जरूरी है.' : डॉक्टर मुनव्वर जहां, प्राचार्या, विमेंस ट्रेनिंग कॉलेज
विमेंस ट्रेनिंग कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर मुनव्वर जहां ने बताया कि स्कूल में इंटर्नशिप एग्जाम में अपीयर होना जरूरी है. सेकंड ईयर का इंटर्नशिप अभी शुरू हुआ था कि कोरोना फैल गया और इस कारण इंटर्नशिप रोक देना पड़ा. एक महीना का ही इंटर्नशिप हुआ था और छात्राओं को इंटर्नशिप के तहत 60 पाठ पढ़ाने का अनुभव चाहिए.
ये भी पढ़ें- आज 57 साल की हुई देश की एकमात्र महिला एनसीसी ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी
इसे पूरा करने के लिए वर्कशॉप के साथ ही 60 अध्याय पढ़ाएंगी और उनके सुपरवाइजर इसे ऑब्जर्व करेंगे. स्कूल जैसे नॉर्मल होंगे सभी छात्रों को स्कूल में पढ़ाने के लिए भेजा जाएगा ताकि वहां वह इंटर्नशिप करें और अपना कोर्स पूरा करें और परीक्षा में सम्मिलित हो सके. B.Ed फर्स्ट ईयर वालों का स्कूल ऑब्जरवेशन अभी शुरू भी नहीं हुआ था ऐसे में इन्हें भी स्कूल ऑब्जर्वेशन कराना है. ऑफलाइन जैसे शुरू होते हैं वर्कशॉप के माध्यम से छात्राओं को प्रैक्टिकल कॉम्पोनेंट पढ़ाना शुरू कर दिया गया है.