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ऐसे बनेंगे बिहार के 4 शहर स्मार्ट? कछुए की चाल से चल रही है योजनाएं

जलजमाव पर नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने कहा कि सरकार ऐसी फुलप्रूफ योजना बना रही है, जिससे अगले 50 सालों तक राजधानी वासियों को ऐसे हालात से नहीं जूझना पड़ेगा.

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कछुए की चाल से चल रही योजनाएं
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Published : Dec 18, 2019, 12:38 PM IST

पटना: बिहार के चार शहरों का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया जा चुका है. नगर विकास विभाग के पास पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहारशरीफ को स्मार्ट बनाने का जिम्मा है. हालांकि अब तक तो ये शहर स्मार्ट नहीं बन पाये पर बीते दिनों इलाके में हुए जलजमाव ने सरकार के दावों की पोल खोल दी है.

सरकार के दावों के बावजूद अभी तक राजधानी पटना स्मार्ट नहीं बन पाई, लेकिन बीते दिनों हुए जलजमाव से यहां के लोगों की जिंदगी नारकीय जरूर बन गई. जलजमाव से निपटने में सरकार पूरी तरह से असफल साबित हुई और राजधानी में त्राहिमाम जैसे हालात पैदा हो गए और सरकार मूकदर्शक बनी रही.

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सुरेश शर्मा, नगर विकास मंत्री

अब रोबोट के जरिए होगी नालों का सफाई
अब जलजमाव के संकट से निपटने के लिए सरकार नालों की सफाई पर ध्यान केंद्रित कर रही है, नालों का निर्माण भी चल रहा है. नगर विकास मंत्री ने दावा किया है कि नालों की सफाई भविष्य में रोबोट के जरिए भी कराए जाएंगे. मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि अब तक स्मार्ट सिटी के तहत 25% काम पूरे किए जा चुके हैं, 50% काम का टेंडर किया जा चुका है.

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नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर

जल्द दूर होगी जलजमाव की समस्या
जलजमाव पर नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने कहा कि सरकार ऐसी फुलप्रूफ योजना बना रही है जिससे कि अगले 50 सालों तक राजधानी वासियों को ऐसे हालात से नहीं जूझना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि नगर विकास विभाग पूरे इलाके की डिटेल्स साइंटिफिक और जियोलॉजिकल सर्वे कराने के बाद योजना बनाने की तैयारी कर रही है.

जानकारी देते मंत्री सुरेश शर्मा और नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव

बिहार से 4 शहर बनेंगे स्मार्ट सिटी
गौरतलब है कि राज्य के 4 शहर मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बिहारशरीफ और पटना का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया जा चुका है. सरकार ने स्मार्ट सिटी के तहत बच्चों के लिए खेल मैदान, पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ, साइकिल ट्रैक, इलेक्ट्रॉनिक बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन और आईटी आधारित समन्वित यातायात व्यवस्था की प्रबंध का दावा किया है.

ये भी पढ़ें- RJD-JDU में 2020 का पोस्टर वार: 'लालू-राबड़ी का 15 साल बनाम नीतीश कुमार का शासनकाल'

अब तक 25% कार्य हो चुका है पूरा
अगले 5 साल के दौरान स्मार्ट सिटी के लिए 1-1 हजार करोड़ खर्च करने का लक्ष्य भी रखा गया है. पीने के लिए शुद्ध जल, सीवरेज की व्यवस्था के साथ-साथ विधि व्यवस्था पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल स्मार्ट सिटी में किया जाना है. पटना में स्मार्ट सिटी के तहत पहले फेज के लिए 1017 करोड़ रुपए की योजना पर काम चल रहा है. सरकार के दावों पर अगर भरोसा करें तो अब तक 25% कार्य को पूरा किया जा चुका है. पटना और बिहार शरीफ के पास सभी काम शुरू कराने की समय सीमा जून 2020 तय किए गए हैं. 438 करोड़ की लागत से स्टेशन के दोनों किनारों पर शॉपिंग कंपलेक्स बनाने की योजना है.

पटना: बिहार के चार शहरों का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया जा चुका है. नगर विकास विभाग के पास पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहारशरीफ को स्मार्ट बनाने का जिम्मा है. हालांकि अब तक तो ये शहर स्मार्ट नहीं बन पाये पर बीते दिनों इलाके में हुए जलजमाव ने सरकार के दावों की पोल खोल दी है.

सरकार के दावों के बावजूद अभी तक राजधानी पटना स्मार्ट नहीं बन पाई, लेकिन बीते दिनों हुए जलजमाव से यहां के लोगों की जिंदगी नारकीय जरूर बन गई. जलजमाव से निपटने में सरकार पूरी तरह से असफल साबित हुई और राजधानी में त्राहिमाम जैसे हालात पैदा हो गए और सरकार मूकदर्शक बनी रही.

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सुरेश शर्मा, नगर विकास मंत्री

अब रोबोट के जरिए होगी नालों का सफाई
अब जलजमाव के संकट से निपटने के लिए सरकार नालों की सफाई पर ध्यान केंद्रित कर रही है, नालों का निर्माण भी चल रहा है. नगर विकास मंत्री ने दावा किया है कि नालों की सफाई भविष्य में रोबोट के जरिए भी कराए जाएंगे. मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि अब तक स्मार्ट सिटी के तहत 25% काम पूरे किए जा चुके हैं, 50% काम का टेंडर किया जा चुका है.

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नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर

जल्द दूर होगी जलजमाव की समस्या
जलजमाव पर नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने कहा कि सरकार ऐसी फुलप्रूफ योजना बना रही है जिससे कि अगले 50 सालों तक राजधानी वासियों को ऐसे हालात से नहीं जूझना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि नगर विकास विभाग पूरे इलाके की डिटेल्स साइंटिफिक और जियोलॉजिकल सर्वे कराने के बाद योजना बनाने की तैयारी कर रही है.

जानकारी देते मंत्री सुरेश शर्मा और नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव

बिहार से 4 शहर बनेंगे स्मार्ट सिटी
गौरतलब है कि राज्य के 4 शहर मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बिहारशरीफ और पटना का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया जा चुका है. सरकार ने स्मार्ट सिटी के तहत बच्चों के लिए खेल मैदान, पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ, साइकिल ट्रैक, इलेक्ट्रॉनिक बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन और आईटी आधारित समन्वित यातायात व्यवस्था की प्रबंध का दावा किया है.

ये भी पढ़ें- RJD-JDU में 2020 का पोस्टर वार: 'लालू-राबड़ी का 15 साल बनाम नीतीश कुमार का शासनकाल'

अब तक 25% कार्य हो चुका है पूरा
अगले 5 साल के दौरान स्मार्ट सिटी के लिए 1-1 हजार करोड़ खर्च करने का लक्ष्य भी रखा गया है. पीने के लिए शुद्ध जल, सीवरेज की व्यवस्था के साथ-साथ विधि व्यवस्था पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल स्मार्ट सिटी में किया जाना है. पटना में स्मार्ट सिटी के तहत पहले फेज के लिए 1017 करोड़ रुपए की योजना पर काम चल रहा है. सरकार के दावों पर अगर भरोसा करें तो अब तक 25% कार्य को पूरा किया जा चुका है. पटना और बिहार शरीफ के पास सभी काम शुरू कराने की समय सीमा जून 2020 तय किए गए हैं. 438 करोड़ की लागत से स्टेशन के दोनों किनारों पर शॉपिंग कंपलेक्स बनाने की योजना है.

Intro: बिहार के चार शहरों का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया जा चुका है नगर विकास विभाग के पास पटना मुजफ्फरपुर भागलपुर और बिहार शरीफ को स्मार्ट बनाने का जिम्मा है अब तक शहर तो स्मार्ट नहीं हुए पर अभूतपूर्व जलजमाव ने सरकार के दावों की पोल खुल गई राजधानी पटना ही अब तक स्मार्ट नहीं बन पाया है ।


Body:बिहार के 4 शहर मुजफ्फरपुर भागलपुर बिहार शरीफ और पटना का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया जा चुका है 5 साल में शहर को स्मार्ट बनाने का दावा भी सरकार की ओर से किया गया है सरकार ने स्मार्ट सिटी के तहत बच्चों के लिए खेलने का खेल मैदान पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ साइकिल ट्रायक इलेक्ट्रॉनिक बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन और आईटी आधारित समन्वित यातायात व्यवस्था की प्रबंध का दावा किया था अगले 5 साल के दौरान स्मार्ट सिटी के लिए 1-1 हजार करोड़ खर्च करने का लक्ष्य रखा गया था लोगों के पीने के लिए शुद्ध जल सीवरेज की व्यवस्था के साथ-साथ विधि व्यवस्था पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल स्मार्ट सिटी में किया जाना है ।


Conclusion: राजधानी पटना में स्मार्ट सिटी के तहत पहले फेज के लिए 1017 करोड रुपए की योजना पर काम चल रहा है सरकार के दावों पर अगर भरोसा करें तो अब तक 25% कार्य को पूरा किया जा चुका है पटना और बिहार शरीफ के पास सभी काम शुरू कराने की समय सीमा जून 2020 तय किए गए हैं।438 करोड़ की लागत से स्टेशन के दोनों किनारों पर शॉपिंग कंपलेक्स बनाने की योजना है । राजधानी पटना के स्मार्ट नहीं बन पाया लेकिन सितंबर अक्टूबर माह में अभूतपूर्व जलजमाव से पटना के लोगों की जिंदगी नारकीय जरूर बन गई जलजमाव से निपटने में सरकार पूरे तौर पर असफल साबित हुई और राजधानी पटना में त्राहिमाम जैसे हालात पैदा हो गए सरकार मूकदर्शक बनी रही। भूतपूर्व जलजमाव के संकट से निपटने के लिए सरकार नालों की सफाई पर ध्यान केंद्रित कर रही है नालों का निर्माण भी चल रहा है नगर विकास मंत्री ने दावा किया है कि नालों की सफाई भविष्य में रोबोट के जरिए भी कराए जाएंगे नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने दावा किया है कि सरकार ऐसी फुलप्रूफ योजना बना रही है जिससे कि अगले 50 साल तक राजधानी पटना वासियों को ऐसे हालात से नहीं जूझना पड़ेगा आनंद किशोर ने दावा किया है कि नगर विकास विभाग पूरे इलाके की डिटेल्स साइंटिफिक और जियोलॉजिकल सर्वे कराने के बाद योजना बनाने की तैयारी कर रही है । नगर विकास विभाग के मंत्री सुरेश शर्मा ने दावा किया है कि अब तक स्मार्ट सिटी के तहत 25% काम पूरे किए जा चुके हैं। 50% काम का टेंडर किया जा चुका है जल्द ही काम दिखने लगेगा नगर विकास मंत्री ने दावा किया है कि ट्रिपल आईसी तकनीक के तहत विधि व्यवस्था पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सकेगा पुलिस मुख्यालय में बैठे लोग घटना को त्वरित और पर देख पाएंगे और कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकेगी ।
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