पटना : कोरोना वायरस के प्रकोप से जहां भयावह स्थिति बनी हुई हैं. वहीं, पुलिसकर्मी और स्वास्थ्यकर्मी लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन सब के बीच महिला अफसरों की हिम्मत काबिल-ए-तारीफ है. ईटीवी भारत आज उन तमाम महिला अधिकारियों से आपको रूबरू करवा रहा है.
वुहान बना बिहार के मुंगेर में अब तक 90 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. यहां एक की सांसे भी कोरोना ने निगल ली हैं. ऐसे में डर और बढ़ जाता है. लेकिन इन सभी के बीच महिला आईपीएस अधिकारी, मुंगेर की एसपी लिपि सिंह लगातार सड़कों पर इसके संक्रमण की रोकथाम पर लगी हुई हैं.
लिपि सिंह लोगों को जागरूक कर रही हैं और उनकी मदद कर रही है. लिपि सिंह इसका पूरा श्रेय पुलिस महकमे को दे रही हैं और इसे अपना कर्तव्य बताती हैं. दिन हो या रात लिपि सिंह कोरोना से जंग लड़ रही हैं.
आईएएस अभिलाषा कुमारी
सीतामढ़ी में अभी तक कोरोना की एंट्री नहीं हुई है. यहां लगातार लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. बॉर्डर पर बसे बिहार के इस जिले की डीएम हैं आईएएस अधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा. जो दिन रात लोगों के बीच जा रही है. लॉकडाउन का जायजा ले रही हैं. महिला अधिकारी अभिलाषा कुमारी कोरोना के खिलाफ जंग में जिस तरह से अपना योगदान दे रही हैं, वो काबिल-ए-तारीफ है.
आईपीएस किम शर्मा
वहीं, बात की जाए इस महामारी के समय में भी बीएमपी-14 की कमांडेंट आईपीएस किम शर्मा की तो वो दिनभर ऑफिस का काम निपटाने के बाद शाम होते ही सड़क पर भूखे प्यासे सो रहे गरीब लोगों के लिए मसीहा बनकर उतरती हैं. पिछले 1 महीने से बीएमपी जवानों के सहयोग से गरीबों को खाना खिलाने के काम में जुटी हैं. हर दिन 200 से 250 जरूरतमंदों को राजधानी पटना में घूम-घूमकर खाना खिलाती हैं.
वैसे तो कोरोना काल के दौरान देशभर से ऐसी कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, जब गोद में अपने लाल को लिए महिला सिपाही ड्यूटी देती दिखाई देती हैं. लेकिन अधिकारियों की बात करें, तो ये महिला अधिकारी भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं. कोरोना काल में बिहार में महिला आईएएस और आईपीएस अधिकारी लगातार लोगों की मदद कर रही हैं. ऐसे में वो दिन दूर नहीं, जब इनकी ये हिम्मत और जज्बात कोरोना को हरा देंगे. ईटीवी भारत ऐसी महिला अधिकारियों की हौसला हफजाई करता है.