पटना : पूरे बिहार में महिला हेल्प डेस्क आज महिला सशक्तीकरण तथा महिलाओं के उत्थान एवं पीड़ित महिलाओं को सहायता उपलब्ध कराने का काम कर रहा है. इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था. एडीजी मुख्यालय ने कहा कि हेल्प डेस्क के पास महिलाएं किसी तरह की भी बात या समस्या रख सकती हैं. बिहार के सभी जिलों में महिला हेल्प डेस्क बनाया गया है. बिहार में अब तक पहले चरण में 500 एवं दूसरे चरण में 350 यानी कुल 850 महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की जा चुकी है.
ये भी पढ़ें :Women Help Desk: पटना में महिला हेल्प डेस्क खस्ताहाल, कई जगह फीमेल ऑफिसर भी नहीं
महिला उत्थान के लिए काम कर रहा हेल्प डेस्क : एडीजी मुख्यालय ने कहा कि जेएस गंगवार ने कहा कि राज्य सरकार के दिशा निर्देश पर महिलाओं के उत्थान, संरक्षण तथा उनके विरुद्ध होने वाले अपराध में पीड़ितों को न्याय दिलाने कल्याण मनोवैज्ञानिक अध्ययन के साथ-साथ परामर्श एवं पुनर्वास तथा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बिहार पुलिस लगातार सकारात्मक कार्य कर रही है. इसी कड़ी में राज्यभर में महिला हेल्प डेस्क खोला गया है.
"पुलिस मुख्यालय के स्तर पर महिला परामर्श केंद्र की शुरुआत की गई है. इसका मुख्य उद्देश्य घरेलू हिंसा एवं महिला प्रताड़ना से पीड़ित महिलाओं के लिए परामर्श केंद्र के रूप में काम करना है. यह केंद्र महिला विकास निगम बिहार सरकार और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से प्रतिनियुक्त परामर्शियों के द्वारा संचालित हो रही है".- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, मुख्यालय
राज्यभर में 850 महिला हेल्प डेस्क: एडीजी ने कहा कि महिलाओं को पीड़ित महिलाओं को थाना पर जाने में कोई समस्या न हो इसके लिए बिहार पुलिस लगातार प्रयासरत है. 850 महिला हेल्प डेस्क में 475 महिला पुलिस पदाधिकारी एवं 1982 महिला पुलिस कर्मी को प्रतिनियुक्त है. सभी को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. बिहार के थानों को महिलाओं के अनुकूल बनाने के लिए हेल्प डेस्क बनाया गया हैं. यहां कभी भी कोई भी महिला निःसंकोच अपनी परेशानी लेकर आ सकती है.
हेल्प डेस्क में 19666 महिलाओं ने की है शिकायत : जेएस गंगवार ने आगे बताया कि अब तक महिला हेल्प डेस्क में 19666 महिलाएं अपनी समस्याओं को लेकर पहुंच चुकी हैं. इनमें से 5382 मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है. वहीं 1314 मामलों को अन्य विभागों के पास भेज दिया गया है. क्योंकि महिला हेल्प डेस्क में अन्य विभागों से जुड़ी शिकायत लेकर भी महिलाएं आ रही हैं. 12970 मामलों में कार्रवाई भी की गई है.