पटना: राजधानी सहित सभी जिलों में हरतालिका तीज व्रत को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला. यह व्रत पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है. कहा जाता है कि महिलाएं खुद को भी इस व्रत से सौभाग्यशाली बनाती है. इस व्रत में महिलाएं दिनभर भूखी प्यासी रहकर भगवान शिव और पार्वती को पूजती हैं. वहीं, व्रत के दूसरे दिन वह पानी पीकर अपना व्रत तोड़ती हैं.
हरतालिका तीज व्रत की मची धूम
प्रदेश में सभी सुहागिन महिलाओं को इस हरतालिका तीज व्रत का इंतजार रहता है. बताया गया कि इस मौके पर सभी सुहागिन महिला दुल्हन के लिबास में अनेक प्रकार के मिष्ठान और फल लेकर समूह में बैठी. इसके बाद सभी ने भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा अर्चना की और अपने पति के लंबी उम्र की दुआ मांगी.
शिव-पार्वती की होती है पूजा
ऐसा ही कुछ माहौल सिवान जिले में भी देखने को मिला. यहां भी सभी महिलाएं सुबह से तैयार होकर शिव और पार्वती की मिट्टी से मूर्ति बनाने में लगी रही. उनमें से कई महिलाओं ने बताया कि पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव को पाने के लिए मां पार्वती ने कठोर तप किया था. मां पार्वती ने हस्त नक्षत्र में भाद्रपद शुक्लपक्ष के तृतिया के दिन रेत से शिवलिंग की स्थापना कर पूजा अर्चना कर निर्जला उपवास रखी थी. उनके घोर तप से भगवान शिव प्रसन्न हुए और मां पार्वती को उनकी मनोकामना पूर्ण होने का वरदान दिया. तबसे आज तक सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु उम्र के लिए ये हरतालिका तीज का व्रत करती हैं.
तीज संग चौठचंदा और गणपति की भी हुई पूजा
मुंगेर जिले में भी महिलाओं ने तीज व्रत धूमधाम से मनाया. इसके अलावा चौठचंदा और गणपति पूजा को लेकर व्रत करने वाली महिलाओं के बीच खासा उत्साह देखा गया. बाजारों में फलों और पूजन सामग्री की खरीदारी को लेकर दुकानों में भीड़ लगी रही. वहीं, श्रद्धालुओं ने बनारस पंचाग के अनुसार तीज के व्रत की तैयारी की.