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JDU से बाहर होने के बाद क्या कांग्रेस के साथ जाएंगे PK? - नीतीश कुमार ने पीके और पवन वर्मा को पार्टी से निकाला

प्रशांत किशोर ऐसे व्यक्ति हैं, जिनका देश के तमाम राजनीतिक दलों से संपर्क है. इस सब के बीच ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रशांत किशोर अब कांग्रेस में जाएंगे? क्योंकि पिछले दिनों सीएए के मुद्दे पर जिस तरह से उन्होंने कांग्रेस को धन्यवाद कहा और कई मुद्दों पर सलाह भी दी, उससे यह साफ है कि उनका मिजाज कांग्रेस के समर्थन में है.

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Published : Jan 29, 2020, 5:50 PM IST

पटना: आखिरकार जेडीयू ने प्रशांत किशोर को पार्टी से बर्खास्त कर ही दिया है. इसके बाद अब ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रशांत किशोर नया ठिकाना तलाशने में जुटे हैं या सबकुछ सेट हो चुका है? कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में भी शामिल हो सकते हैं.

JDU से चल रहे थे नाराज
दरअसल, प्रशांत किशोर और पवन वर्मा लगातार अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे. समय-समय पर नीतीश कुमार भी इन सभी को जवाब दे रहे थे. मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद इन दोनों नेताओं पर की गई तीखी टिप्पणी से जाहिर हो रहा था कि वह जेडीयू में चंद दिनों के ही मेहमान रह गए हैं.

क्या कांग्रेस में होंगे शामिल
प्रशांत किशोर ऐसे व्यक्ति हैं, जिनका देश के तमाम राजनीतिक दलों से संपर्क है. इस सब के बीच ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रशांत किशोर अब कांग्रेस में जाएंगे? क्योंकि पिछले दिनों सीएए के मुद्दे पर जिस तरह से उन्होंने कांग्रेस को धन्यवाद कहा और कई मुद्दों पर सलाह भी दी, उससे यह साफ है कि उनका मिजाज कांग्रेस के समर्थन में है. हालांकि अभी उन्होंने अपनी अगली रणनीति के बारे में कुछ भी नहीं बताया है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

क्या कहती है कांग्रेस
इन सबके बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि पार्टी में उनका शामिल होना या न होना ये केंद्रीय नेतृत्व का मामला है. हालांकि कांग्रेस नेता का मानना है कि पार्टी के हित के लिए जो भी शामिल होगा, उसका स्वागत होना चाहिए.

नीतीश कुमार पार्टी के निर्विवाद नेता
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि पीके और नीतीश कुमार के बीच का मामला आपसी है. वे कहते हैं कि एक समय था जब नीतीश कुमार के सबसे करीबी प्रशांत किशोर हुआ करते थे. लेकिन आज प्रशांत किशोर नीतीश कुमार से नाराज हैं. कांग्रेस नेता का मानना है कि जेडीयू में नीतीश कुमार को नाराज करके कोई नहीं रह सकता. नीतीश कुमार पार्टी के निर्विवाद नेता हैं.

पटना: आखिरकार जेडीयू ने प्रशांत किशोर को पार्टी से बर्खास्त कर ही दिया है. इसके बाद अब ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रशांत किशोर नया ठिकाना तलाशने में जुटे हैं या सबकुछ सेट हो चुका है? कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में भी शामिल हो सकते हैं.

JDU से चल रहे थे नाराज
दरअसल, प्रशांत किशोर और पवन वर्मा लगातार अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे. समय-समय पर नीतीश कुमार भी इन सभी को जवाब दे रहे थे. मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद इन दोनों नेताओं पर की गई तीखी टिप्पणी से जाहिर हो रहा था कि वह जेडीयू में चंद दिनों के ही मेहमान रह गए हैं.

क्या कांग्रेस में होंगे शामिल
प्रशांत किशोर ऐसे व्यक्ति हैं, जिनका देश के तमाम राजनीतिक दलों से संपर्क है. इस सब के बीच ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रशांत किशोर अब कांग्रेस में जाएंगे? क्योंकि पिछले दिनों सीएए के मुद्दे पर जिस तरह से उन्होंने कांग्रेस को धन्यवाद कहा और कई मुद्दों पर सलाह भी दी, उससे यह साफ है कि उनका मिजाज कांग्रेस के समर्थन में है. हालांकि अभी उन्होंने अपनी अगली रणनीति के बारे में कुछ भी नहीं बताया है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

क्या कहती है कांग्रेस
इन सबके बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि पार्टी में उनका शामिल होना या न होना ये केंद्रीय नेतृत्व का मामला है. हालांकि कांग्रेस नेता का मानना है कि पार्टी के हित के लिए जो भी शामिल होगा, उसका स्वागत होना चाहिए.

नीतीश कुमार पार्टी के निर्विवाद नेता
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि पीके और नीतीश कुमार के बीच का मामला आपसी है. वे कहते हैं कि एक समय था जब नीतीश कुमार के सबसे करीबी प्रशांत किशोर हुआ करते थे. लेकिन आज प्रशांत किशोर नीतीश कुमार से नाराज हैं. कांग्रेस नेता का मानना है कि जेडीयू में नीतीश कुमार को नाराज करके कोई नहीं रह सकता. नीतीश कुमार पार्टी के निर्विवाद नेता हैं.

Intro:सब हेड...
जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर चंद दिनों के मेहमान दिख रहे हैं नीतीश कुमार के कुनबे का। जिस तरह से नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को लेकर सख्त बयान दिया है उससे तो उनका पार्टी में बने रहना मुश्किल ही दिख रहा। वही क्या अब प्रशांत किशोर नया ठिकाना तलाश में जुटे हैं, या सबकुछ सेट हो चुका है।

सीआईए के मुद्दे पर रणनीतिकार वह जनता दल यू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और पूर्व राज्यसभा सांसद पवन वर्मा नीतीश कुमार और पार्टी के खिलाफ अपनी आवाज लगातार बुलंद कर रहे हैं। समय-समय पर नीतीश कुमार भी इसको लेकर जवाब दिया है। लेकिन जिस तरह से वे मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद इन दोनों नेताओं पर टिप्पणी की है। उससे जाहिर हो रहा है कि अभी यह चंद दिनों के ही मेहमान जदयू में रह गए हैं। प्रशांत किशोर ऐसे व्यक्ति है जिनका देश के तमाम राजनीतिक दलों से संपर्क है।


Body:तो क्या प्रशांत किशोर अब कांग्रेस में जाएंगे ? क्योंकि पिछले दिनों सीए ए के मुद्दे पर जिस तरह से उन्होंने कांग्रेस के आला नेतृत्व सोनिया गांधी और राहुल गांधी को धन्यवाद दिया है और कई मुद्दों पर सलाह भी। उससे यह साफ है कि उनका मिजाज कांग्रेस के समर्थन में है। राखी वे अपनी अगली रणनीति के बारे में कुछ भी नहीं बताया है । लेकिन उनके ट्वीट से यह साफ हो रहा है कि अब वह नीतीश कुमार के साथ नहीं रह पाएंगे। प्रशांत किशोर के मामले पर ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह कहते हैं कि उनके पार्टी में शामिल होना या न होना या केंद्रीय नेतृत्व का मामला है। बताओ वरिष्ठ नेता वे यह भी कहते हैं कि अगर नेतृत्व उनसे इन मुद्दों पर कुछ पूछेगा तो वह गोपनीय होगा।
हालांकि कांग्रेस नेता का मानना है कि पार्टी के हित के लिए जो भी शामिल होगा उसका स्वागत होना चाहिए।


Conclusion:पीके और नीतीश कुमार के बीज के मामले को सदानन्द सिंह आपसी मामला बताते हैं। वे कहते हैं कि एक समय था जब नीतीश कुमार के सबसे करीबी प्रशांत किशोर हुआ करते थे। लेकिन आज आसाम किशोर नीतीश कुमार से नाराज है। कांग्रेस नेता का मानना है कि जनता दल यूनाइटेड में नीतीश कुमार को नाराज करके कोई नहीं रह सकता। नीतीश कुमार पार्टी के निर्विवाद नेता है।

गौरतलब है कि प्रशांत किशोर का संपर्क समय - समय पर यह देश के राष्ट्रीय से लेकर राज्य स्तर के राजनीतिक दलों से उजागर होते रहे हैं। खबर यह भी है कि कई राजनीतिक दल प्रशांत किशोर के लिए अपना दरवाजा खोल दिया है। लेकिन प्रशांत किशोर राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक दल के साथ जुड़ना चाहते हैं।
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