पटना: झारखंड चुनाव में सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंकी दी है. चुनाव प्रचार अब धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगा है. जेडीयू भी झारखंड में कई सीटों पर चुनाव लड़ने जा रहा है. जेडीयू की ओर से जारी प्रचारकों की सूची में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रशांत किशोर, आरसीपी सिंह, ललन सिंह के साथ बिहार सरकार के मंत्री शामिल हैं.
जेडीयू ने बीजेपी से अलग लड़ने का फैसला किया है. ऐसे में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है. हालांकि, बीजेपी के नेता लगातार इस बात से इंकार कर रहे हैं. बीजेपी नेताओं का कहना है कि गठबंधन केवल बिहार में है. अगर जेडीयू किसी अन्य राज्य में अकेले लड़ता है तो इससे बिहार गठबंधन में फर्क नहीं पड़ेगा और ना ही बीजेपी को नुकसान होगा.
5 चरणों में होगा झारखंड का चुनाव
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा का चुनाव पांच चरणों में होना है. 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच वोट डाला जाएगा. फिर 30 नवंबर के बाद 7 दिसंबर को दूसरे चरण का चुनाव होगा. 12 दिसंबर को तीसरे, 16 दिसंबर को चौथे और 20 दिसंबर को पांचवें चरण का चुनाव होगा.
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बिहार में भी दिख रहा असर
5 चरणों में होने वाले झारखंड चुनाव को लेकर बिहार में भी सरगर्मी बढ़ी हुई है. जेडीयू ने कई सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही है. चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पार्टी के सभी दिग्गजों को झारखंड में झोंकने की तैयारी है. चुनाव झारखंड में है लेकिन बिहार से जेडीयू के 20 स्टार प्रचारक शामिल हैं. जेडीयू के कई नेता तो झारखंड में पिछले काफी समय से डेरा डाले हुए हैं. पार्टी प्रवक्ता अरविंद निषाद का कहना है जेडीयू के लिए सभी चुनाव अहम हैं.
बीजेपी दे रही सफाई
नीतीश कुमार के साथ जेडीयू के कई दिग्गजों के चुनाव प्रचार करने से झारखंड में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. लेकिन बीजेपी प्रवक्ता अफजर शम्सी की मानें तो जेडीयू अलग पार्टी है. उसे चुनाव लड़ने का हक है. जेडीयू के अलग लड़ने पर बीजेपी के जनाधार पर कोई असर नहीं होगा.