पटना: बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और अपर मुख्य सचिव केके पाठक प्रकरण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा है कि आखिर इस मामले में किस के खिलाफ एक्शन होगा. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'शिक्षा मंत्री 22 दिनों से कार्यालय नहीं आ रहे हैं, लेकिन नीतीश कुमार ने सारे मुद्दों पर चुप्पी साध ली है.
ये भी पढ़ें: Sushil Kumar Modi: 'गरीबी मिटाने के नीतीश के 17 में 14 साल मिला BJP का साथ.. अकेले श्रेय लेना चाहता है JDU'
नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल: राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य में महिलाओं से बर्बरता की घटनाएं बढ़ रही हैं. बिजली मांगने पर गोली चलाई जा रही है. नौकरी मांगने पर शिक्षकों को लाठीचार्ज किया जाता है. मंत्री पुलिस ज्यादती को जायज ठहराते हैं. शिक्षा विभाग प्रशासनिक अराजकता झेल रहा है और शिक्षा मंत्री 22 दिनों से कार्यालय नहीं आ रहे हैं, लेकिन नीतीश कुमार ने सारे मुद्दों पर चुप्पी साध ली है.
कटिहार पुलिस फायरिंग पर सरकार को घेरा: सुशील मोदी ने कहा कि कटिहार पुलिस बार-बार बयान बदल रही है और मंत्री गोली चलाने की वकालत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आरजेडी और जेडीयू के सांसदों को मणिपुर से पहले बेगूसराय और कटिहार जाना चाहिए था. बीजेपी नेता ने कहा कि कटिहार गोली कांड की न्यायिक जांच करायी जाए. मृतकों के परिवार को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए और राज्य में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए.
'बिजली मांगने पर मारी गोली': बीजेपी सांसद ने कहा कि पुलिस ने जो वीडियो जारी किया है, वह फर्जी हो सकता है. उसमें भी किसी व्यक्ति के हथियार चलाने की बात स्पष्ट नहीं है. ऐसे मामले का सच न्यायिक जांच से ही सामने आएगा, न्यायिक जांच से सामने आयेगा बर्बरता का सच. उन्होंने कहा कि कटिहार में लोग स्थानीय प्रशासन को पहले सूचना देकर बिजली के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे थे. उनसे बात कर स्थिति को बिगड़ने से बचाया जा सकता था, लेकिन लाठी में तेल पिलाने वालों की अहंकारी सरकार ने गोली चलवाने का काम किया है.