पटनाः लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. नेताओं की रैलियों और चुनावी दौरे भी शुरू होने लगे हैं. वहीं आम जनता भी पूरी तरह चुनावी मूड में नजर आ रही हैं. पिछले कुछ सालों से राजनीतिक दलों का युवा वर्ग के तरफ खास आकर्षण रहा है.
इस बार भी युवा वोटर की संख्या अधिक हैं. बड़ी संख्या में युवा वर्ग पहली बार अपने मत का प्रयोग करेंगे. चुनाव में इस बार कई युवाओं ने शिक्षित प्रत्याशी को ही वरीयता देने की बात कही. उन्होंने कहा कि अगर प्रत्याशी शिक्षित और समझदार हो तो क्षेत्र की समस्याओं के बारे में बेहतर ढंग से समझ सकेंगे, और उसके निदान के लिए प्रयास करेंगे.
मानसिकता को समझने के बाद ही करेंगे वोट
कई युवाओं ने प्रत्याशी की दूर दृष्टि और उसकी मानसिकता को समझने के बाद ही वोट करने की बात कही. क्योंकि ज्यादातर प्रत्याशी ऐसे होते हैं जो कुछ कहते हैं और कुछ करते हैं. वहीं इस बार लोकसभा चुनाव में आतंकवाद भ्रष्टाचार से ज्यादा युवाओं ने रोजगार पर जोर दिया है.
युवाओं कीरोजगार की मांग
उन्होंने बताया कि सरकारें चाहे कोई भी हो युवाओं को रोजगार और उसे आत्मनिर्भर बनाने की सोच रखने वाले प्रत्याशी को ही वोट करनी चाहिए. देश में विकास हो अच्छी बात है लेकिन जो प्रत्याशी युवाओं के बारे में सोचता हो, युवाओं के रोजगार दें, और युवाओं को आगे करने वाले प्रत्याशी को ही वोट देंगे.