ETV Bharat / state

....आखिर कहां गुम हो गया पटना नगर निगम के ड्रेनेज सिस्टम का नक्शा ? - Patna Rain

नगर निगम के ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा गायब होने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर नक्शा गया कहां? अगर साल 2017 से यह गायब है तो 2 साल बाद नगर निगम की नींद क्यूं टूटी? इससे पहले 2 साल जल निकासी कैसे हो रही थी. यह भी एक बड़ा सवाल है.

पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू
author img

By

Published : Oct 6, 2019, 9:53 PM IST

पटनाः भारी बारिश ने राजधानी पटना को पानी-पानी कर दिया. जबकि निचली इलाको में जलजमाव. वहीं दूसरी तरफ पटना नगर निगम का ड्रेनेज जवाब दे गया. पानी निकलने की आस में बैठे कंकड़बाग, राजेन्द्र नगर सहित कई इलाके के लोगों को उस समय गहरा धक्का. जब पता चला कि नगर निगम के पास शहर के ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा ही नहीं है. निगम को तो यह भी मालूम नहीं है कि किस तरफ से और कैसे पानी निकलेगा.

patna
ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा

2017 से गायब है ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा
यहां बारिश के दौरान नगर निगम सोती रही. वहीं बारिश का पानी पटनावासियों के लिए काल बन गया. बताया जा रहा है कि निगम के पास 2017 से ही यह नक्शा गायब है. इस बार भारी बारिश ने जल निकासी की कलई खोल दी. आलम यह है कि बगैर नक्शे के निगम के अधिकारी और कर्मचारियों को पटना से पानी निकालना मुश्किल लग रहा है. निगम के अधिकारियों के पास नालियों से लेकर कैचपिट-मैनहोल की सही जानकारी नहीं मिल पा रही. जिसके कारण निचले इलाकों में जमा पानी बदबू देने लगा है.

patna
ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा

निगम के अधिकारियों ने साधी चुप्पी
निगम के अधिकारी को जानकारी देने की स्थिति में नहीं है कि शहर में ड्रेनेज कितने किलोमीटर फैला में है. शहर के कुछ पॉश इलाकों के डूबे रहने और लगभग हर मुहल्ले में जलजमाव के पीछे यहीं सबसे बड़ा कारण है. जलनिकासी के लिए अंडरग्राउंड नालियों की तलाश में पानी की पाइप तक तोड़ दिया जा रहा है. नक्शा नहीं होने के पीछे कई कारण गिनाए जा रहे हैं. जिसमें शहर के अंदर नाले का निर्माण अलग-अलग माध्यमों से कराया जाना भी एक कारण है.

बुडको पर ठीकरा फोड़ रही मेयर
वहीं, ओपन ड्रेनेज की सफाई पर भी निगम सवालों के घेरे में है. हालांकि मेयर सीता साहू सफाई की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ ले रही है. वहीं जलजमाव का सारा ठिकरा बुडको पर फोड़ रही हैं. वहीं मेयर का कहना है कि नक्शा कहीं गायब हो गया है. इसकी जिम्मेवारी भी बुडको की है. निगम ने पुराने कर्मचारियों से नाले की सफाई करवाई है. उनका कहना है कि नक्शा मिलने या नहीं मिलने से ज्यादा अहम है संप हाउस का चलना. बुडको के तहत चलने वाले संप हाउस बंद है. जिसके कारण पानी रफ्तार से नहीं निकल पा रहा. दिनकर गोलंबर, सैदपुर, रामपुर पंप हाउस की स्थिति सबसे खराब है.

patna
मेयर सीता साहू

पुराने कर्मचारियों के पास ड्रेनेज नेटवर्क की जानकारी
मेयर के मुताबिक संप हाउस के परिचालन की जिम्मेदारी पहले राज्य जल परिषद की थी, जो अब बुडको के पास है. उन्हीं के पास नालों का नक्शा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि निगम के पुराने कर्मचारियों के पास ड्रेनेज नेटवर्क की जानकारी है. उन्हीं के निर्देशन में नालों की सफाई कराई गई.

patna
मीडिया से बातचीत करती मेयर सीता साहू

'दूसरा नक्शा क्यूं नहीं बना'
दूसरी तरफ शहरी विकास मंत्री सुरेश शर्मा ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा निगम के पास नहीं रहने की स्थिति में क्या उपाय किए गए? निगम के पास बोर्ड और सशक्त स्थायी समिति है. इसको लेकर कोई प्रस्ताव लाया गया? उन्होंने कहा कि निगम को ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा बनवाना चाहिए.

पटनाः भारी बारिश ने राजधानी पटना को पानी-पानी कर दिया. जबकि निचली इलाको में जलजमाव. वहीं दूसरी तरफ पटना नगर निगम का ड्रेनेज जवाब दे गया. पानी निकलने की आस में बैठे कंकड़बाग, राजेन्द्र नगर सहित कई इलाके के लोगों को उस समय गहरा धक्का. जब पता चला कि नगर निगम के पास शहर के ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा ही नहीं है. निगम को तो यह भी मालूम नहीं है कि किस तरफ से और कैसे पानी निकलेगा.

patna
ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा

2017 से गायब है ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा
यहां बारिश के दौरान नगर निगम सोती रही. वहीं बारिश का पानी पटनावासियों के लिए काल बन गया. बताया जा रहा है कि निगम के पास 2017 से ही यह नक्शा गायब है. इस बार भारी बारिश ने जल निकासी की कलई खोल दी. आलम यह है कि बगैर नक्शे के निगम के अधिकारी और कर्मचारियों को पटना से पानी निकालना मुश्किल लग रहा है. निगम के अधिकारियों के पास नालियों से लेकर कैचपिट-मैनहोल की सही जानकारी नहीं मिल पा रही. जिसके कारण निचले इलाकों में जमा पानी बदबू देने लगा है.

patna
ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा

निगम के अधिकारियों ने साधी चुप्पी
निगम के अधिकारी को जानकारी देने की स्थिति में नहीं है कि शहर में ड्रेनेज कितने किलोमीटर फैला में है. शहर के कुछ पॉश इलाकों के डूबे रहने और लगभग हर मुहल्ले में जलजमाव के पीछे यहीं सबसे बड़ा कारण है. जलनिकासी के लिए अंडरग्राउंड नालियों की तलाश में पानी की पाइप तक तोड़ दिया जा रहा है. नक्शा नहीं होने के पीछे कई कारण गिनाए जा रहे हैं. जिसमें शहर के अंदर नाले का निर्माण अलग-अलग माध्यमों से कराया जाना भी एक कारण है.

बुडको पर ठीकरा फोड़ रही मेयर
वहीं, ओपन ड्रेनेज की सफाई पर भी निगम सवालों के घेरे में है. हालांकि मेयर सीता साहू सफाई की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ ले रही है. वहीं जलजमाव का सारा ठिकरा बुडको पर फोड़ रही हैं. वहीं मेयर का कहना है कि नक्शा कहीं गायब हो गया है. इसकी जिम्मेवारी भी बुडको की है. निगम ने पुराने कर्मचारियों से नाले की सफाई करवाई है. उनका कहना है कि नक्शा मिलने या नहीं मिलने से ज्यादा अहम है संप हाउस का चलना. बुडको के तहत चलने वाले संप हाउस बंद है. जिसके कारण पानी रफ्तार से नहीं निकल पा रहा. दिनकर गोलंबर, सैदपुर, रामपुर पंप हाउस की स्थिति सबसे खराब है.

patna
मेयर सीता साहू

पुराने कर्मचारियों के पास ड्रेनेज नेटवर्क की जानकारी
मेयर के मुताबिक संप हाउस के परिचालन की जिम्मेदारी पहले राज्य जल परिषद की थी, जो अब बुडको के पास है. उन्हीं के पास नालों का नक्शा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि निगम के पुराने कर्मचारियों के पास ड्रेनेज नेटवर्क की जानकारी है. उन्हीं के निर्देशन में नालों की सफाई कराई गई.

patna
मीडिया से बातचीत करती मेयर सीता साहू

'दूसरा नक्शा क्यूं नहीं बना'
दूसरी तरफ शहरी विकास मंत्री सुरेश शर्मा ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा निगम के पास नहीं रहने की स्थिति में क्या उपाय किए गए? निगम के पास बोर्ड और सशक्त स्थायी समिति है. इसको लेकर कोई प्रस्ताव लाया गया? उन्होंने कहा कि निगम को ड्रेनेज नेटवर्क का नक्शा बनवाना चाहिए.

Intro:Body:

PATNA


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.