पटना: 1 फरवरी 2020 शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2020-21 का बजट पेश करने वाली है. इस बजट से बिहारवासियों को क्या कुछ उम्मीद है. इस बजट को लेकर प्रदेशवासी ने क्या कुछ कहा है. देखें ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट.
बिहार के मंत्री को भी बजट से उम्मीद
1. केंद्र सरकार का आम बजट आने वाला है और बिहार में भी इसको लेकर चर्चा जारी है. विभिन्न क्षेत्रों के लोग अपने अपने तरीके से उम्मीद पाल रखे हैं. बिहार सरकार के सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री जय कुमार सिंह को भी उम्मीद है एनडीए की सरकार में बिहार के लिए विशेष व्यवस्था होगी. इससे बिहार विकसित राज्यों की श्रेणी में जल्दी आ सकेगा.
इनकम टैक्स में रियायत की उम्मीद
2. केंद्र सरकार आम बजट पेश करने वाली है. इस बजट से आम आदमी से लेकर सरकारी कर्मचारी तक कई उम्मीद बनाए बैठे हैं. खासतौर से सरकारी कर्मचारी इनकम टैक्स में रियायत की उम्मीद कर रहे हैं. कर्मचारियों की ओर से रोजमर्रा के सामानों के साथ-साथ रेलवे में बुनियादी सुविधाओं में सुधार की अपील की जा रही है.
कृषि क्षेत्र के लिए हो कोई बड़ा फैसला
3. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करेंगी. इस बजट को लेकर बिहार के आर्थिक विशेषज्ञ बेहतर उम्मीद कर रहे हैं. बिहार के अर्थशास्त्री एनके चौधरी की माने, तो बिहार जैसे राज्यों के विकास के बिना देश का विकास संभव ही नहीं है इसलिए बिहार जैसे राज्यों में इन्वेस्टमेंट जरूरी है. कृषि जैसे क्षेत्रों के विकास के लिए केंद्र सरकार आम बजट में कोई बड़ा फैसला ले सकती है.
डॉक्टरों को भी बजट से काफी उम्मीद
4. इस बार के आम बजट से स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को भी उम्मीदें हैं. पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने कहा कि पिछले कुछ सालों में स्वास्थ्य सेवा में काफी कुछ काम हुए हैं. सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है. डॉक्टर सेवा भी दे रहे हैं. लेकिन गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा में अभी और सुधार करने की जरूरत है.
'बिहार के लिए कुछ खास मिलना नामुमकिन'
5. इस आम बजट को लेकर बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स के सेक्रेटरी अमित मुखर्जी ने कहा कि जिस तरह से केंद्र आर्थिक संकट से जूझ रहा है. वह काफी चिंताजनक है. इसके बाद बिहार के लिए कुछ खास मिलना नामुमकिन है.
बिहार के विकास के लिए विशेष पैकेज की मांग
6. बिहार में सत्ताधारी एनडीए की प्रमुख सहयोगी जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने बिहार के तेजी से विकास के लिए विशेष पैकेज की मांग की है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि केंद्र सरकार मंदी से बाहर निकल रही है. विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर इन्वेस्ट करने वाली है. खासकर ग्रामीण इलाकों में बड़ी राशि इन्वेस्ट करेगी. उन्होंने कहा कि बिहार की आबादी तीन चौथाई ग्रामीण क्षेत्रों में है, इससे बिहार को जरूर लाभ मिलेगा.
किसानों के लिए लाभकारी योजनाओं की उम्मीद
7. बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार गांव, गरीब और किसान की सरकार है. हर बजट में किसानों के हितों की बात होती रही है. उम्मीद है इस बजट में भी किसानों के लिए कई लाभकारी योजनाएं होंगी. प्रेम कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की शुरुआत की है. जिसने सभी किसानों को लाभ पहुंचाया है. बिहार में भी बड़े पैमाने पर 75 लाख किसानों ने इसके लिए आवेदन दिया है. लाखों किसानों के खाते में पैसे भी आए हैं.
'किचन पर न पड़े महंगाई की मार'
8. महिलाओं ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि सरकार को महिला सुरक्षा पर भी ध्यान देना चाहिए. इसके लिए अलग से बजट निर्धारित हो. कई महिलाओं ने जनसंख्या नियंत्रण पर भी बात की. उन्होंने कहा कि 2 से ज्यादा बच्चों वालों पर टैक्स लगाने का कानून सरकार को बनाना चाहिए. रसोई की बात की जाए तो महिलाओं ने कहा कि वित्त मंत्री को ऐसा बजट बनाना चाहिए जिससे कि किचन पर महंगाई की मार न पड़े. इसका ध्यान रखा जाए. युवाओं ने मांग करते हुए कहा कि शिक्षा-स्वास्थ्य के साथ रोजगार पर सरकार को खासा ध्यान रखना चाहिए. इस सरकार के कार्यकाल में 4 करोड़ लोग बेरोजगार हुए हैं. यानी कि उनकी नौकरी गयी है इसलिए रोजगार पर विशेष ध्यान देना चाहिए. वहीं कुछ छात्रों का कहना था कि अगर सरकार शिक्षा के क्षेत्र में काम करे, तो सभी का फायदा होगा.
'बजट से उद्योगपतियों को पहुंचाया जाता है फायदा'
9. राष्ट्रीय जनता दल ने कहा कि हमें आम बजट से कोई उम्मीद नहीं है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि जिस तरह से लगातार मोदी सरकार ने किसानों और युवाओं को निराश किया है उससे हमें बजट से कोई आशा नहीं है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले कई साल से लगातार अपने बजट और अपनी नीतियों से युवाओं और किसानों समेत तमाम लोगों को निराश ही किया है. यह सरकार सिर्फ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाती है ऐसे में हमें इस बजट से कोई उम्मीद नहीं है.