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1982 में इंदिरा गांधी ने शुरू किया था गांधी सेतु, अब मरम्मत के बाद 15 जून से पश्चिमी लेन होगा शुरू - प्रधानमंत्री पैकेज से पुल का निर्माण

पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि गांधी सेतु के समानांतर चार लेन का पुल भी बनना है और इस प्रधानमंत्री पैकेज से पुल का निर्माण होना है. पिछले साल इस पर सहमति भी बन गई थी. लेकिन लॉक डाउन के कारण निविदा का मामला लटका हुआ है. ऐसे में नंदकिशोर यादव का कहना है कि अब केवल फाइनेंसियल निविदा खुलना बचा है, जो इस महीने फाइनल हो जाएगा.

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Published : May 13, 2020, 9:08 PM IST

पटनाः राजधानी पटना को हाजीपुर से जोड़ने वाली गंगा नदी पर उत्तर दक्षिण दिशा में बना महात्मा गांधी सेतु जीर्णोद्धार के कारण चर्चा में रहा है. गांधी सेतु के सुपर स्ट्रक्चर कंक्रीट का था. जिसे काट कर हटा दिया गया है और स्टील का सुपरस्ट्रक्चर लगाया गया है. जिसमें 45 स्पैन बनाए गए हैं, एक स्पैन में 33 हजार मैट्रिक टन स्टील लगाया गया है. पश्चिमी लेन अब पूरा होने वाला है. पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव का दावा है कि 15 जून से इस पर यातायात शुरू हो जाएगा.

100 सालों का किया गया था दावा 10 साल में ही मरम्मत कराना पड़ा
5.575 किलोमीटर लंबा महात्मा गांधी सेतु के 1 लेन दस सालों में तैयार हुआ था और उद्घाटन 1982 में इंदिरा गांधी ने किया था. 5 साल बाद 1987 में दूसरा लेन भी गांधी सेतु का शुरू हो गया. उद्घाटन के समय ही कहा गया था कि 100 साल कम नहीं चलेगा. लेकिन 10 सालों बाद ही इसके मरम्मत की आवश्यकता महसूस होने लगी. गांधी सेतु के मरम्मत पर एक सौ करोड़ से अधिक खर्च की गई. लेकिन उसके बावजूद इसकी स्थिति और खराब होती गई.

देखें पूरी रिपोर्ट
पश्चिमी लेन शुरू होने का कई बार समय बदला इसके बाद 2014 में केंद्र और राज्य सरकार के बीच इसके जीर्णोद्धार पर सहमति बनी और 1400 करोड़ इसके मरम्मत पर खर्च किए जा रहे हैं. 2017 में मरम्मत पर काम भी शुरू हुआ और नवंबर 2018 में एक लाइन चालू करने का लक्ष्य रखा गया. पश्चिमी लेन सुपरस्ट्रक्चर कंक्रीट का था, जिसे काट कर हटा दिया गया और अब 45 स्पैन हैं एक स्पैन में 33 हजार मीट्रिक टन स्टील लगा है. एसएस के पूरा होने का लक्ष्य चार बार बदला और जून 2019 बढ़ा कर रखा गया, फिर दिसंबर 2019 और उसके बाद मार्च 2020 रखा गया. लेकिन अब पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव का कहना दावा है कि 15 जून से पश्चिमी लेन शुरू हो जाएगा. उसके बाद पूर्वी लेन का काम शुरू होगा.वहीं, उन्होंने कहा कि गांधी सेतु के समानांतर चार लेन का पुल भी बनना है. प्रधानमंत्री पैकेज से पुल का निर्माण होना है. पिछले साल इस पर सहमति भी बन गई थी. लेकिन लॉक डाउन के कारण निविदा का मामला लटका हुआ है. ऐसे में नंदकिशोर यादव का कहना है कि अब केवल फाइनेंसियल निविदा खुलना बचा है, जो इस महीने फाइनल हो जाएगा.

मामला विधान परिषद में भी उठा
महात्मा गांधी सेतु के मरम्मत का कार्य कई बार चर्चा में रहा है. गंगा में पानी बढ़ने के कारण काम रोकना भी पड़ा है, तो वहीं सुपरस्ट्रक्चर में लगे स्टील को लेकर भी विवाद हुआ है. मामला विधान परिषद में भी उठा. लेकिन विवादों के बीच गांधी सेतु के पश्चिमी लेन का काम पूरा होने वाला है और 15 जून से शुरू होने का दावा किया जा रहा है. इससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन आसान हो जाएगा और लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.

पटनाः राजधानी पटना को हाजीपुर से जोड़ने वाली गंगा नदी पर उत्तर दक्षिण दिशा में बना महात्मा गांधी सेतु जीर्णोद्धार के कारण चर्चा में रहा है. गांधी सेतु के सुपर स्ट्रक्चर कंक्रीट का था. जिसे काट कर हटा दिया गया है और स्टील का सुपरस्ट्रक्चर लगाया गया है. जिसमें 45 स्पैन बनाए गए हैं, एक स्पैन में 33 हजार मैट्रिक टन स्टील लगाया गया है. पश्चिमी लेन अब पूरा होने वाला है. पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव का दावा है कि 15 जून से इस पर यातायात शुरू हो जाएगा.

100 सालों का किया गया था दावा 10 साल में ही मरम्मत कराना पड़ा
5.575 किलोमीटर लंबा महात्मा गांधी सेतु के 1 लेन दस सालों में तैयार हुआ था और उद्घाटन 1982 में इंदिरा गांधी ने किया था. 5 साल बाद 1987 में दूसरा लेन भी गांधी सेतु का शुरू हो गया. उद्घाटन के समय ही कहा गया था कि 100 साल कम नहीं चलेगा. लेकिन 10 सालों बाद ही इसके मरम्मत की आवश्यकता महसूस होने लगी. गांधी सेतु के मरम्मत पर एक सौ करोड़ से अधिक खर्च की गई. लेकिन उसके बावजूद इसकी स्थिति और खराब होती गई.

देखें पूरी रिपोर्ट
पश्चिमी लेन शुरू होने का कई बार समय बदला इसके बाद 2014 में केंद्र और राज्य सरकार के बीच इसके जीर्णोद्धार पर सहमति बनी और 1400 करोड़ इसके मरम्मत पर खर्च किए जा रहे हैं. 2017 में मरम्मत पर काम भी शुरू हुआ और नवंबर 2018 में एक लाइन चालू करने का लक्ष्य रखा गया. पश्चिमी लेन सुपरस्ट्रक्चर कंक्रीट का था, जिसे काट कर हटा दिया गया और अब 45 स्पैन हैं एक स्पैन में 33 हजार मीट्रिक टन स्टील लगा है. एसएस के पूरा होने का लक्ष्य चार बार बदला और जून 2019 बढ़ा कर रखा गया, फिर दिसंबर 2019 और उसके बाद मार्च 2020 रखा गया. लेकिन अब पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव का कहना दावा है कि 15 जून से पश्चिमी लेन शुरू हो जाएगा. उसके बाद पूर्वी लेन का काम शुरू होगा.वहीं, उन्होंने कहा कि गांधी सेतु के समानांतर चार लेन का पुल भी बनना है. प्रधानमंत्री पैकेज से पुल का निर्माण होना है. पिछले साल इस पर सहमति भी बन गई थी. लेकिन लॉक डाउन के कारण निविदा का मामला लटका हुआ है. ऐसे में नंदकिशोर यादव का कहना है कि अब केवल फाइनेंसियल निविदा खुलना बचा है, जो इस महीने फाइनल हो जाएगा.

मामला विधान परिषद में भी उठा
महात्मा गांधी सेतु के मरम्मत का कार्य कई बार चर्चा में रहा है. गंगा में पानी बढ़ने के कारण काम रोकना भी पड़ा है, तो वहीं सुपरस्ट्रक्चर में लगे स्टील को लेकर भी विवाद हुआ है. मामला विधान परिषद में भी उठा. लेकिन विवादों के बीच गांधी सेतु के पश्चिमी लेन का काम पूरा होने वाला है और 15 जून से शुरू होने का दावा किया जा रहा है. इससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन आसान हो जाएगा और लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.

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