पटना: बिहार में मौसम की स्थिति शुष्क बनी हुई है. राज्य के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास या उससे 1 से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज की गई है. इस वजह से गर्मी का आभास काफी अधिक हो रहा है. वहीं, मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यास तूफान की 26 मई को बंगाल और ओडिसा के तट से टकराने की संभावना है. जिस कारण प्रदेश में 25 मई से लेकर 27 मई तक राज्य के अधिकांश स्थानों पर तेज हवा, मेघगर्जन और आकाशीय बिजली के साथ भारी बारिश हो सकती है.
वहीं, मौसम वैज्ञानिक अमित सिन्हा ने बताया कि विगत 24 घंटों के दौरान राज्य भर में मौसम शुष्क रहा है. राज्य में सबसे अधिक तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस भागलपुर और औरंगाबाद में दर्ज किया गया.
यास का हो सकता है असर
अमित सिन्हा ने बताया कि एक चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है, इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. 24 मई तक यह चक्रवाती परिसंचरण एक चक्रवर्ती तूफान में बदल जाएगा और उसके 24 घंटे बाद एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान 'यास' बनकर आगे की ओर बढ़ेगा. इसके बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में 25 या 26 मई के आसपास पहुंचने की संभावना है.
वहीं, उन्होंने कहा कि बिहार में 25 मई के बाद से इस चक्रवाती तूफान का असर देखने को मिलेगा और 25 मई से लेकर 27 मई तक राज्य के अधिकांश स्थानों पर तेज हवा, मेघगर्जन और आकाशीय बिजली के साथ भारी बारिश होने की संभावना है. इस दौरान तापमान में करीब 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जाएगी.
24 से 48 घंटे के बीच तापमान में वृद्धि
इसके अलावा मौसम विभाग के न्यूमेरिकल मॉडल से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पता चल रहा है कि अगले 24 से 48 घंटों के बीच मौसम शुष्क और तापमान में वृद्धि दर्ज की जा सकती है. इसके पीछे वजह ये है कि बिहार और उसके आसपास के एरिया में कोई भी सक्रिय घटक मौजूद नहीं है.