पटना: तालाब पर तैयार हो रहे देश के सबसे बड़े म्यूजिकल फाउंटेन की वाटर स्क्रीन पर बिहार का इतिहास नजर आएगा. इसके लिए बिहार सरकार ने पूरी तैयारियां कर ली है. वन एवं पर्यावरण विभाग की ओर से इस कार्य योजना को जमीन पर उतारने के लिए विभाग लगातार कार्य कर रहा है. वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा कि वाटर स्क्रीन म्यूजिकल फाउंटेन लगाने का उद्देश्य बिहार में पर्यटक आकर्षित करना है. जिसके लिए कार्य योजना बनाई जा रही है.
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पर्यटकों को आकर्षित करना लक्ष्य
बिहार की ओर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार ने इको टूरिज्म पर जोर दिया है. सरकार ने जोर देते हुए अपनी विशेषताओं को पर्यटकों के सामने लाने की योजनाएं बनाने में लगी हुई है. वन एवं पर्यावरण विभाग इस योजना को धरातल पर उतारेगी. वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा कि-
- हार में एक भी वाटर स्क्रीन म्यूजिकल फाउंटेन नहीं है. जिसकी वजह से बिहार के लोग बाहर जाकर इस म्यूजिकल फाउंटेन का आनंद लेते हैं. लेकिन अब यह म्यूजिकल फाउंटेन बिहार में मिले इसके लिए हमारा विभाग लगातार कार्य कर रहा है. - नीरज कुमार बबलू, वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू, वन एवं पर्यावरण मंत्री.
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इको पार्क या शहीद वीर कुंवर सिंह पार्क से शुरुआत
देश में सबसे बड़ा वाटर स्क्रीन म्यूजिकल फाउंटेन लगाने को लेकर कर्मी भी जुटे हुए हैं. इसकी शुरुआत पटना के इको पार्क या शहीद वीर कुंवर सिंह पार्क से शुभारंभ किया जाएगा. इस योजना पर कार्य बहुत जल्द शुरू होगा. जहां बूढ़े, बच्चे सभी लोग म्यूजिकल फाउंटेन का आनंद ले सकते हैं. इस वाटर म्यूजिकल फाउंटेन लगाने का उद्देश्य मात्र यही है कि बिहार में पर्यटन का बढ़ावा मिल सके.
![म्यूजिकल फाउंटेन का निर्माण.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-02-minister-of-forest-and-environment-on-musical-fountain-7205536_28022021152132_2802f_1614505892_121.jpg)
जानिए कैसा होगा फाउंटेन
- लाइट और साउंड शो के लिए 65 मीटर लंबा और 40 मीटर चौड़ा म्यूजिकल फाउंटेन लगाया जाएगा. जिसमें अत्याधुनिक तकनीक से 121, 3-डी नोजल और 45, 2-डी नोजल लगाए जाएंगे.
- 50 फीट से 130 फीट ऊंचे फव्वारे चलेंगे, जो पूरी तरह से कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से नियंत्रित किए जाएंगे.
- इस शो के लिए पानी का स्क्रीन बनाया जाएगा. जो रात के समय अदृश्य रहेगा और अत्याधुनिक प्रोजेक्ट के माध्यम से बिहार के इतिहास को प्रदर्शित किया जाएगा.
- लगभग 1450 वर्गफीट क्षेत्र में नागरिकों के लिए बैठने की व्यवस्था की जाएगी. इस शो का डिजाइन, संगीत और फिल्मांकन संगीत के माध्यम से किया जाएगा.म्यूजिकल फाउंटेन का किया जाएगा निर्माण.
करोड़ों रुपये की लागत से वाटर स्क्रीन म्यूजिकल फाउंटेन
बहरहाल, सरकार भले ही इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वाटर स्क्रीन म्यूजिकल फाउंटेन लगाने की योजना बना रही हो. लेकिन इससे पहले भी बिहार सरकार के माध्यम से पटना के गोलघर पार्क में भी 4 साल पहले करोड़ों रुपये की लागत से वाटर स्क्रीन म्यूजिकल फाउंटेन लगाया गया था. शुरुआती दौर में यह म्यूजिकल फाउंटेन काम तो किया लेकिन फिर बाद में बंद कर दिया गया. इसे देखने वाला भी कोई नहीं है.