पटना: बिहार में मानसून के आते ही मौसम का मिजाज बदलने लगा है. बदले मिजाज के साथ जिले के विभिन्न भागों में जमकर बारिश हो रही है. साथ ही हल्की तेज हवा चलती रही है. माैसम में बदलाव के कारण लोगों को बेतहाशा बढ़ी गर्मी से राहत तो मिल रही है. लेकिन पटना के निचले इलाके में जलजमाव भी हो रहा है. शुक्रवार को भी राजेंद्र नगर के इलाकों में कुछ घंटों की बारिश के बाद कई इलाके में जलजमाव देखने को मिला.
'जलजमाव के कारण होती है परेशानी'
राजेंद्रनगर इलाके में रहने वाले रामलाल खेतान बताते हैं कि वे साल 1975 से राजेंद्र नगर में रह रहे हैं. उस समय सड़क नीचे थी और उनका मकान ऊंचा था. लेकिन धीरे-धीरे सड़क के ऊपर सड़क बनती गई और आज सड़क ऊंची हो गई है और उनका मकान नीचे हो गया है. राजेंद्र नगर इलाके के लगभग सभी पूराने मकानों का यही हाल है. उन्होंने बताया कि बारिश के बाद सड़क से सारा पानी उनके घर में जमा हो जाता है.
इस साल भी तेज बारिश की संभावना
गौरतलब है कि बीते साल बिहार की राजधानी पटना में जलजमाव से बाढ़ जैसा नजारा देखने को मिला था. इस दौरान उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी पटना बाढ़ के प्रकोप से नहीं बच पाए थे. मदद की गुहार लगाने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने उनके आवास पर पहुंच कर सुशील मोदी समेत उनके परिवार को पानी से बाहर निकाला था. मौसम विभाग ने इस साल भी बिहार में तेज बारिश से बाढ़ की आशंका जताई है.
बाढ़ के संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयारी पूरी
बिहार में संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए पूरे बिहार में अलर्ट जारी किया गया है. बिहार सरकार की ओर से जल संसाधन और आपदा विभाग को बाढ़ पूर्व समस्त तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही आपदा विभाग ने बाढ़ प्रभावित जिलों में कुल 25 एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की है. वहीं, मुख्यालय लेवल पर पांच आपदा सुरक्षा बलों को रिजर्व भी रखा गया है. बताया जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर इन्हें भी प्रभावित जिलों में भेजा जाएगा.