पटनाः बरसात आते ही चिरैयाटांड़ स्थित रेलवे क्वार्टर में रहने वाले रेल कर्मियों और उनके परिजनों को जलजमाव की समस्या की चिंता सताने लगती है. हर बार मानसून के समय रेलवे क्वार्टर डूब जाते हैं. जिससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है.
नहीं किए जाते कारगर उपाय
रेलवे क्वार्टर के आसपास ओवरब्रिज होने के कारण उसका भी पानी रेलवे क्वार्टर कैंपस में ही पहुंचता है. लेकिन इसे लेकर रेल प्रशासन की तरफ से कोई कारगर उपाय नहीं किए जाते हैं.
फ्लैट में घुस जाता है पानी
रेलवे क्वार्टर में रहने वाली महिला सुनीता देवी ने बताया कि हर साल यहां जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और सभी फ्लैट में पानी घुस जाता है. जिससे बारिश के दिनों में कीड़े मकौड़े सांप बिच्छू आदि खूब निकलते हैं. लेकिन इसके निदान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते हैं.
रहना हो जाता है मुश्किल
अंजना देवी ने बताया कि बरसात में पूरे घर में पानी घुस जाता है और बाथरूम तक डूब जाता है. जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. युवा अमित कुमार ने बताया कि क्वार्टर एरिया का रोड बनने से फ्लैट के लेवल से रोड काफी ऊंचा हो गया. जिसकी वजह से बारिश के दिनों में सड़क और नाले का पानी भी घरों में घुस जाता है.
अधिकारियों से शिकायत
अमित कुमार ने बताया कि इस मामले को लेकर कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई. लेकिन अब तक इस स्थिति से निपटने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए गए हैं.
लगाए गए पंपिंग सेट
वहीं, जीतू सागर ने बताया कि पानी निकालने के लिए क्वार्टर के कुछ लोगों ने मिलकर दो पंपिंग सेट लगाए हैं, एक क्वार्टर एरिया के बीच में लगा है और एक क्वार्टर के बाहर लगाया गया है. जिससे क्वार्टर का पानी मोटर चलाकर बाहर सड़क पर गिराया जाता है. उन्होंने कहा कि मोटर से पानी बाहर निकालने को लेकर कई बार बाहरी लोगों से बहस और झड़प हो चुकी है.
किया जा रहा समस्या का निदान
जलजमाव की समस्या पर दानापुर रेल मंडल के डीआरएम सुनील कुमार ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में यह समस्या आई है. बरसात के दिनों में बहुत जगह जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हुई है. उन्होंने कहा कि उनकी टीम इस पर नजर बनाए हुए है. जहां भी इस प्रकार की समस्या संज्ञान में आ रही है उसका निदान किया जा रहा है.