बाढ़: उत्तरायण गंगा के तट पर बसा बाढ़ के सुविख्यात उमानाथ धाम मंदिर में पटना, नालंदा, नवादा, गया समेत कई जिलों के लोग जलाभिषेक के लिए आते हैं. लेकिन बाढ़ नगर परिषद की लापरवाही से लोगों को मंदिर पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मंदिर परिसर पहुंचने का रास्ता नारकीय स्थिति में है. कीचड़ युक्त रास्ते से श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर पहुंचना पड़ता है.
उमानाथ मंदिर परिसर पहुंचने का रास्ता जलजमाव की चपेट में रहता है लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. जबकि इस जलजमाव वाली जगह पर नगर परिषद की तरफ से कई बार लाखों रुपए खर्च किए गए हैं. बावजूद इसके हल्की बारिश में रास्ता कीचड़ युक्त हो जाता है. बरसात हमेशा के लिए इस रास्ते को अवरुद्ध कर देती है. बाढ़ नगर परिषद चेयरमैन शकुंतला देवी का कहना है कि नाला उड़ाही सही तरीके से नहीं हुआ है. दोबारा नाला उड़ाही किया जाएगा.
रोजाना हजारों श्रद्धालुओं पहुंचते हैं उमानाथ
शकुंतला देवी का दावा है कि दोबारा नाला उड़ाही करने पर सड़क से जमा पानी हटेगा. बता दें कि रोजाना हजारों लोग उमानाथ आते हैं. अलग-अलग जिले के लोग इस रास्ते से सैकड़ों छोटे बड़े वाहनों पर सबार होकर उमानाथ गंगा घाट पहुंचते हैं. यहां, गंगा स्नान कर भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं.