पटना: कोरोना के बाद बेमौसम बारिश बिहार में आफत बनी हुई है. पिछले साल पटना में भारी बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति हो गई थी. इस साल सरकार समेत पटना नगर निगम ने जलजमाव की समस्या पर काम करने की बात कही थी. लेकिन पहली बारिश ने ही निगम और सरकार की तैयरियों की पोल खोल कर रख दी.
हर साल होती है एनएमसीएच में जलजमाव
बरसात की शुरुआत होते ही पटना एनएमसीएच में तलाब जैसा नजारा देखने को मिला. हल्की बारिश में ही अस्पताल कैंपस में जलजमाव हो गया. जलजमाव के कारण अस्पताल के अंदर इलाज करा रहे मरीज काफी परेशान नजर आए. मरीजों ने वार्ड के अंदर का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर दिया.
'जलजमाव से निजात के लिए की जा रही व्यवस्था'
जलजमाव को लेकर अस्पताल अधीक्षक डॉ. निर्मल कुमार ने बताया कि पिछले कुछ साल से एनएमसीएच में जलजमाव की समस्या हो रही है. इस बार जलजमाव की परेशानी से निपटने के लिए अस्पताल परिसर के बाहरी ओर दिवाल का निर्माण करवाया जा रहा है. फिलहाल जलजमाव से निजात के लिए मोटर पंप के व्यावस्था की गई है.
बिहार का दूसरा बड़ा अस्पताल
गौरतलब है कि नालंदा मेडिकल कॉलेज बिहार का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल है. यहां पर 800 बेड को कोरोना अस्पताल बनाया गया है. यहां पर पूरे बिहार के कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज किया जा रहा है. बेमौसम हुई इस बरसात से अस्पताल परिसर में जलजमाव हो गया. कोरोना संक्रमण के इस दौर में जलजमाव होने से अस्पातल में इलाज करा रहे मरीज काफी परेशान दिखे.