पटना: राजधानी में तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते बाढ़ शहर में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. शहर के हर इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिसके चलते लोगों का घर से निकलाना दुलर्भ हो गया है. हालांकि सोमवार सुबह से बारिश रुकी हुई है. लेकिन अभी भी बादल छाये है. जिसकी वजह से लोग घबराए हुए है.
हर जगह पानी ही पानी
पटना में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और यहां हर जगह पानी दिखाई दे रहा है. लोगों को अपने घरों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है क्योंकि अधिकतर सड़के, गलियां पानी से भरी हुई हैं. लोगों की मदद के लिए कई जगहों पर नौकाओं की तैनाती की गई है.
नगर निगम की लापरवाही
बाढ़ नगर परिषद हमेशा से कहता आ रहा है कि पानी निकासी के लिए सभी संसाधन मौजूद हैं. बरसात जैसे ही समाप्त होगा पानी की निकासी हो जाएगी. लेकिन जगह-जगह सड़कों पर पानी भरा हुआ है. इसके बावजूद नगर निगम की ओर से निकासी के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई.
अस्पतालों का हाल बेहाल
राजधानी पटना के पीएमसीएच, आईजीआईएमएस, गार्डिनर अस्पताल, राजेंद्र नगर अस्पताल, कुर्जी होली अस्पताल, महावीर आरोग्य संस्थान, एनएमसीएच के अलावा विभिन्न अस्पतालों में पानी आ जाने से मरीजों को कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इन इलाकों में हुआ जलजमाव
राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, अशोकनगर, महेश नगर, कदम कुआं, लंगर टोली, दरियापुर, श्री कृष्णा पुरी, बोरिंग रोड के कई इलाके, पाटलिपुत्र कॉलोनी और बाईपास से सटे हनुमान नगर, भूतनाथ रोड समेत कई मोहल्ले पूरी तरह पानी में डूब गए हैं. घरों में पानी घुस गया है. गाड़ियां पानी में डूबी हुई है. सड़क पर लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है. पटना में डीएम ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने केआदेश जारी किए हैं. नगर निगम के लिए इतना पानी निकालना मुसीबत बन गया है.