पटना: पटना में जलजमाव को लेकर पिछले करीब एक महीने से सरकार और पटना नगर निगम द्वारा बड़े-बड़े दावे किये जा रहे थे. तैयारियों का लेखा-जोखा पेश कर पटनावासियों काे आश्वासन दिया जा रहा था कि निश्चिंत रहिये...2019 की पुनरावृत्ति नहीं होगी. लेकिन महज दो घंटे की बारिश ने पूरी तैयारियों और सरकारी दावे की हवा निकाल दी. आम लोगों को तो छोड़िये, उममुख्यमंत्री रेणु देवी (Deputy CM Renu Devi) और पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव (Nand Kishore Yadav)के आवास तक में पानी घुस गया.
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डिप्टी सीएम का आवास भी डूबा
राजधानी पटना में एक बार फिर से बारिश का कहर दिखने लगा है. शुक्रवार की रात महज 2 घंटे की बारिश की वजह से शहर के कई इलाके जलमग्न हो गये है. इस जलजमाव (Water Logging) से लोगों को कई तरह की दिक्कतों का समान करना पड़ रहा है. इस बीच उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास के साथ ही पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव के आवास के अंदर भी पानी भर गया है. जिसकी वजह से आने जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही थी.
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कार्यकर्ताओं के हाथ में जूता
उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास पर जहानाबाद से कुछ लोग मिलने पहुंचे थे. जलजमाव के कारण उन्हें अपना जूता हाथ में उठाकर आवास के भीतर जाना पड़ा. डिप्टी सीएम से मिलने पहुंचे शख्स ने जलजमाव को लेकर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा है. यदि इस तरह की बारिश होगी तो जलजमाव होगा ही.
बता दें कि दो दिन पहले उपमुख्यमंत्री सह नगर विकास मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने दावा किया था कि अब पटना शहर में किसी भी सूरत में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी. मानसून सक्रिय होने से पहले सीएम नीतीश कुमार ने नगर विकास विभाग नगर निगम के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की थी.
"नगर निगम के कार्यों पर हमें पूरा भरोसा है. निगम प्रशासन ने ठीक तरह से नालों की सफाई करवाई है. निगम के प्रयासों से उम्मीद है कि राजधानी में जलजमाव की समस्या नहीं होगी. अगर कहीं जलजमाव होगी भी तो 3-4 घंटे में पानी की निकासी कर दी जाएगी. बाकी समस्याओं से निजात दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं."- तारकिशोर प्रसाद, डिप्टी सीएम, बिहार
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निगम प्रशासन खुली पोल
सीएम के निर्देश के बावजूद महज 2 घंटे की बारिश की वजह से शहर में जलजमाव की स्थिति बन रही है. हालांकि, निगम प्रशासन का दावा है कि जिन इलाकों में जल जमाव की स्थिति बनी है, उस इलाके का पानी 3 घंटे के अंदर ही निकाल देंगे. देखने वाली बात होगी कि निगम प्रशासन जो दावा कर रहा है, उस पर उसके कर्मी कितना खड़ा उतरते हैं.
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इन इलाकों में भी जमा है पानी
- राजधानी पटना के कंकड़बाग, आशोकनगर, शास्त्रीनगर, राजवंशी नगर, बेउर, चिरैयाटांड पुल, करबगिहया, बाइपास के दक्षिण भाग, मीठापुर बस पड़ाव के आसपास, गर्दनीबाग, सरिस्ताबाद पानी जमा हुआ है.
- पाटलिपुत्र कॉलोनी की सड़कों पर पानी आ गया है.
- पटना के कुर्जी मोड़ के पास एक स्कूल के सामने की एक लेन पानी में डूब गई है.
- राजीवनगर के रोड 24 सहित कई लेन में जलजमाव हो गया है.
- वहीं, दीघा के अधिकांश हिस्सों में जलजमाव है.
2019 में डूब गया था पटना
साल 2019 में जलमग्न पटना को शायद ही कोई भूल पाया होगा. पटना नगर निगम के लिए यह उपलब्धियों से ज्यादा बदनामियों का साल रहा. पटना नगर निगम के इतिहास में पहली बार 3 दिनों की बारिश ने पूरे शहर को डुबो कर रख दिया था. इस जलजमाव ने सिर्फ गरीबों और आम लोगों को ही नहीं, बल्कि सरकार में बैठे बड़े-बड़े रहनुमाओं को भी नहीं बक्शा था. स्थिति ये थी कि क्या आम, क्या खास सभी भगवान को याद कर रहे थे.