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उफान के साथ फिर डराने लगी हैं नदियां, कृष्णा और एनआईटी घाट का बढ़ा जलस्तर - बिहार में नदियों का हाल

बिहार में नदियों का जलस्तर एक बार फिर से डराने लगा है. कृष्णा नदी का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ गया है. वहीं, एनआईटी घाट पर जलस्तर सामान्य से करीब 5 मीटर अधिक दर्ज किया गया है.

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Published : Jun 21, 2021, 8:00 PM IST

पटना: बिहार में मानसून (Monsoon In Bihar) पूरी तरीके से सक्रिय है. बिहार के कई जिले बाढ़ से ग्रसित हो रहे हैं. पटना में भी लगातार बारिश हो रही है. गंगा के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. पटना के गांधी घाट, कृष्णा घाट, एनआईटी घाट का जलस्तर पहले की अपेक्षा बढ़ गया है. कृष्णा घाट पर तो कई सीढ़ियों और बैठने वाले स्लैब तक पर पानी चढ़ गया है.

इसे भी पढ़ें: बिहार में बाढ़: कई स्थानों पर गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

70 सेंटीमीटर बढ़ा पानी का लेवल
केंद्रीय जल आयोग की ओर से एनआईटी घाट पर लगाए गए वाटर लेवल रीडिंग मीटर के अनुसार जलस्तर सामान्य से करीब 5 मीटर अधिक बढ़ा है. विगत 3 दिनों की बात करें तो 19 जून को सुबह 8:00 बजे जलस्तर 46.320 मीटर दर्ज किया गया था. वहीं, 20 जून को 47.020 मीटर दर्ज किया गया, जो 70 सेंटीमीटर अधिक था.

गंगा का जलस्तर स्थिर
आज 21 जून को एनआईटी घाट पर जलस्तर 47.160 मीटर दर्ज किया गया है, जो 14 सेंटीमीटर अधिक है. हालांकि आज दोपहर के बाद से गंगा का जलस्तर स्थिर है. डेंजर लेवल से महज 1.44 मीटर ही गंगा का जलस्तर कम है. राजघाट पर डेंजर लेवल 48.00 मीटर है. इससे कह सकते हैं कि अभी भी बिहार में मानसून सक्रिय हैं.

ये भी पढ़ें: Nalanda Flood: लगातार हो रही बारिश से बढ़ा पंचाने नदी का जलस्तर, निचले इलाकों में घुसा पानी

मौसम विभाग ने किया था अलर्ट
मौसम विभाग ने पहले ही बताया था कि जून महीने में मानसून पूरी तरीके से सक्रिय रहेगा. बारिश भी काफी होगी. जून महीने में 16 तारीख तक सामान्य तौर पर 92.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज होनी थी. लेकिन अब तक पूरे बिहार में 261.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. जो कि सामान्य से 181% अधिक है.

104.7 मिलीमीटर दर्ज की गई बारिश
यदि राजधानी पटना की बात करें तो सामान्य तौर पर अब तक 47.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज होनी चाहिए. जबकि 104.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग की मानें तो जून महीने में बारिश काफी अच्छी होनी है. जुलाई महीने से मानसून थोड़ा कमजोर पड़ेगा.

खतरे के निशान से 120 सेंटीमीटर ऊपर
बता दें कि 20 जून को गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 120 सेंटीमीटर ऊपर था. जलस्तर में 23 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना आशंका लगाई गई थी. गंडक नदी का जलस्तर चटिया में खतरे के निशान से 72 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की कमी होने की संभावना जताई गई थी.

खतरे के निशान से नीचे
वहीं 20 जून को बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लालबेगिया घाट में खतरे के निशान से 106 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 20 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना जताई गई थी. कमला बलान (Kamla Balan River) नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 46 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 31 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना जताई गई थी.

देखें रिपोर्ट.

खतरे के निशान से नीचे
कोसी नदी (Kosi River) का जलस्तर बसुआ में खतरे के निशान से 52 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 17 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. गंगा नदी का जलस्तर पटना के प्रमुख घाटों सहित सभी स्थानों पर खतरे के निशान से अभी नीचे है.

पटना: बिहार में मानसून (Monsoon In Bihar) पूरी तरीके से सक्रिय है. बिहार के कई जिले बाढ़ से ग्रसित हो रहे हैं. पटना में भी लगातार बारिश हो रही है. गंगा के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. पटना के गांधी घाट, कृष्णा घाट, एनआईटी घाट का जलस्तर पहले की अपेक्षा बढ़ गया है. कृष्णा घाट पर तो कई सीढ़ियों और बैठने वाले स्लैब तक पर पानी चढ़ गया है.

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70 सेंटीमीटर बढ़ा पानी का लेवल
केंद्रीय जल आयोग की ओर से एनआईटी घाट पर लगाए गए वाटर लेवल रीडिंग मीटर के अनुसार जलस्तर सामान्य से करीब 5 मीटर अधिक बढ़ा है. विगत 3 दिनों की बात करें तो 19 जून को सुबह 8:00 बजे जलस्तर 46.320 मीटर दर्ज किया गया था. वहीं, 20 जून को 47.020 मीटर दर्ज किया गया, जो 70 सेंटीमीटर अधिक था.

गंगा का जलस्तर स्थिर
आज 21 जून को एनआईटी घाट पर जलस्तर 47.160 मीटर दर्ज किया गया है, जो 14 सेंटीमीटर अधिक है. हालांकि आज दोपहर के बाद से गंगा का जलस्तर स्थिर है. डेंजर लेवल से महज 1.44 मीटर ही गंगा का जलस्तर कम है. राजघाट पर डेंजर लेवल 48.00 मीटर है. इससे कह सकते हैं कि अभी भी बिहार में मानसून सक्रिय हैं.

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मौसम विभाग ने किया था अलर्ट
मौसम विभाग ने पहले ही बताया था कि जून महीने में मानसून पूरी तरीके से सक्रिय रहेगा. बारिश भी काफी होगी. जून महीने में 16 तारीख तक सामान्य तौर पर 92.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज होनी थी. लेकिन अब तक पूरे बिहार में 261.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. जो कि सामान्य से 181% अधिक है.

104.7 मिलीमीटर दर्ज की गई बारिश
यदि राजधानी पटना की बात करें तो सामान्य तौर पर अब तक 47.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज होनी चाहिए. जबकि 104.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग की मानें तो जून महीने में बारिश काफी अच्छी होनी है. जुलाई महीने से मानसून थोड़ा कमजोर पड़ेगा.

खतरे के निशान से 120 सेंटीमीटर ऊपर
बता दें कि 20 जून को गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 120 सेंटीमीटर ऊपर था. जलस्तर में 23 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना आशंका लगाई गई थी. गंडक नदी का जलस्तर चटिया में खतरे के निशान से 72 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की कमी होने की संभावना जताई गई थी.

खतरे के निशान से नीचे
वहीं 20 जून को बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लालबेगिया घाट में खतरे के निशान से 106 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 20 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना जताई गई थी. कमला बलान (Kamla Balan River) नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 46 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 31 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना जताई गई थी.

देखें रिपोर्ट.

खतरे के निशान से नीचे
कोसी नदी (Kosi River) का जलस्तर बसुआ में खतरे के निशान से 52 सेंटीमीटर नीचे था. इसके जलस्तर में 17 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. गंगा नदी का जलस्तर पटना के प्रमुख घाटों सहित सभी स्थानों पर खतरे के निशान से अभी नीचे है.

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