पटनाः बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. वहीं, गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है. हालांकि कभी-कभी हल्की गिरावट भी हो रही है. मानसून के सक्रिय होते ही नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि हो रही है.
नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कारण नदियों में छोड़े जा रहे पानी से भी राज्य की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. जिससे कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. राजधानी के गंगा नदी का जलस्तर हर तीन घण्टे पर बढ़ रहा है. जिससे मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.
गंगा रोड वे पर जलजमाव
बता दें कि गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. वहीं, पटना के एनआईटी घाट पर सरकार के जरिए बनाए गए गंगा रोड वे पर भी पानी चढ़ गया है. जहां लोग पहले टहला करते थे, अब उस पथ पर गंगा नदी का पानी उफान मार रहा है.
बात करें पटना के एनआईटी घाट का जहां केंद्रीय जल आयोग ने मीटर लगाया है, वहां साफ देखा जा सकता है कि गंगा नदी का जलस्तर डेंजर लेवल से 15 सेंटीमीटर ऊपर है. घाट की लगभग सीढ़ियां डूब चुकी है. पटना में पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है.
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गंगा का जलस्तर 48.76 मीटर दर्ज
एनआईटी घाट पर लगाए गए इंडिकेटर में सुबह गंगा का जलस्तर 48.76 मीटर दर्ज किया गया है. जिससे साफ दिख रहा है कि घाट की सीढ़ियां पानी में पूरी तरह डूबी हुई हैं. पटना के कृष्णा घाट पर सरकार के बनाए गए गंगा पथ वे पर भी पानी आ चुका है. हालांकि केंद्रीय जल आयोग का कहना है कि गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है तो कभी-कभी कमी भी दर्ज की जा रही है.