पटनाः बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित थे और गंगा के जलस्तर भी काफी तेजी से बढ़ रहा था. नेपाल से छोड़े जा रहे पानी और मानसून के सक्रिय होने से कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं थीं. लेकिन अब राजधानी के गंगा नदी के जलस्तर में हर घंटे कमी दर्ज की जा रही है.
एनआईटी घाट से हटा गंगा नदी का पानी
पिछले महिने से ही गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही थी. पटना के एनआईटी घाट पर बने गंगा रोड वे पर भी पानी चढ़ गया था. जहां लोग पहले टहला करते थे, लेकिन अब गंगा के जलस्तर में लगातार कमी दर्ज की जा रही है और गंगा का पानी अपने वार्निंग लेबल से भी नीचे आ चुका है.
![खतरे के निशान से नीचे जलस्तर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-01-ganga-water-level-is-constantly-dicreasing-in-patna-pkg-bhc10088_15092020111048_1509f_1600148448_843.jpg)
खत्म होने लगा है बाढ़ का खतरा
जलस्तर में कमी आने से लोगों के मन से अब धीरे-धीरे बाढ़ का खतरा खत्म होने लगा है. बात करें पटना के एनआईटी घाट की जहां केंद्रीय जल आयोग ने मीटर लगाया है, वहां साफ देखा जा सकता है कि गंगा नदी का जलस्तर अब वार्निंग लेवल से भी नीचे जा चुका है. घाट की सभी सीढ़ियां दिखाई देने लगी हैं.
पटना में पिछले कई दिनों से गंगा के जलस्तर में लगातार कमी दर्ज की जा रही है. एनआईटी घाट पर लगाए गए इंडिकेटर में सुबह गंगा का जलस्तर 47.35 मीटर दर्ज किया गया है. पटना के कृष्णा घाट पर सरकार के बनाए गए गंगा रोड वे से भी पानी ऊतर चुका है.