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बारिश से उफान पर नदियां, 24 घंटे में 5 फीट बढ़ा गंगा का पानी

बिहार में इस बार भारी बारिश के कारण सभी नदियां उफान पर हैं. लोगों को बाढ़ का डर सताने लगा है. हालांकि गंगा नदी अभी खतरे के निशान से नीचे है.

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Published : Jul 16, 2020, 3:40 PM IST

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पटना: प्रदेश में इस बार काफी समय के बाद मॉनसून समय पर आने से सभी प्रमुख नदियां सहित दर्जनों सहायक नदियों के जलस्तर में काफी तेजी से इजाफा हुआ है. इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने पटना के विभिन्न गंगा घाटों की पड़ताल की. पिछले 48 घंटों में 2 से 5 फीट गंगा का पानी बढ़ा है.

2016 में आई थी प्रलयकारी बाढ़

बारिश के कारण यह नदियां पहले से ज्यादा रौद्ररूप में दिखाई देने लगी हैं. नदी किनारे बसे हुए क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण जनता को अभी से डराने लगी है. बता दें कि पटना सदर क्षेत्र में स्थित एक मात्र नकटा दियरा पंचायत के चौदह गांव में रहने वाले हजारों लोग हरेक वर्ष गंगा नदी के जलस्तर बढ़ने से चपेट में आते रहते हैं. यहां चार वर्ष पहले 2016 में प्रलयकारी बाढ़ ने खूब तबाही मचाई थी.

खतरे के निशान से नीचे गंगा

स्थानीय निवासी पुरुषोत्तम की मानें तो इस बार कोरोना और बाढ़ दोनों से डर बना हुआ है. उसने इस बाबत सरकार और जिला प्रशासन से मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार लगाई. बहरहाल, गंगा नदी अभी खतरे के निशान से काफी निचे है. आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन गंगा नदी के जलस्तर लेवल को लेकर लगातार निरीक्षण कर रहे हैं. पटना सदर के सर्किल ऑफिसर प्रवीण पांडेय ने बताया कि गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है पर स्थिति अभी नियंत्रण में है.

पटना: प्रदेश में इस बार काफी समय के बाद मॉनसून समय पर आने से सभी प्रमुख नदियां सहित दर्जनों सहायक नदियों के जलस्तर में काफी तेजी से इजाफा हुआ है. इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने पटना के विभिन्न गंगा घाटों की पड़ताल की. पिछले 48 घंटों में 2 से 5 फीट गंगा का पानी बढ़ा है.

2016 में आई थी प्रलयकारी बाढ़

बारिश के कारण यह नदियां पहले से ज्यादा रौद्ररूप में दिखाई देने लगी हैं. नदी किनारे बसे हुए क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण जनता को अभी से डराने लगी है. बता दें कि पटना सदर क्षेत्र में स्थित एक मात्र नकटा दियरा पंचायत के चौदह गांव में रहने वाले हजारों लोग हरेक वर्ष गंगा नदी के जलस्तर बढ़ने से चपेट में आते रहते हैं. यहां चार वर्ष पहले 2016 में प्रलयकारी बाढ़ ने खूब तबाही मचाई थी.

खतरे के निशान से नीचे गंगा

स्थानीय निवासी पुरुषोत्तम की मानें तो इस बार कोरोना और बाढ़ दोनों से डर बना हुआ है. उसने इस बाबत सरकार और जिला प्रशासन से मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार लगाई. बहरहाल, गंगा नदी अभी खतरे के निशान से काफी निचे है. आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन गंगा नदी के जलस्तर लेवल को लेकर लगातार निरीक्षण कर रहे हैं. पटना सदर के सर्किल ऑफिसर प्रवीण पांडेय ने बताया कि गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है पर स्थिति अभी नियंत्रण में है.

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