पटना: लोक आस्था के महापर्व छठ का आज खरना है और कल पहला अर्घ्य है. गंगा नदी के किनारे सैकड़ों घाट बनाए गए हैं, जहां लाखों छठ व्रती अर्घ्य देंगे. इसके अलावा जो लोग गंगा घाट तक जाने में सक्षम नहीं है उनकी सुविधा के लिए पटना में कई खुले मैदान में कृत्रिम घाट तैयार किए गए हैं, जहां हजारों और लाखों की तादाद में छठ व्रती अर्घ्य देंगे. वार्ड पार्षद छठ को लेकर तैयारी में जुटी हैं और उनका साथ उनके पति चांद खान दे रहे हैं.
पटना में बनाए गए हैं कई कृत्रिम घाट :पटना के राजा बाजार वार्ड नंबर 5 के क्षेत्र में तीन जगह पर खुले मैदान में कृत्रिम तालाब तैयार किए गए हैं. इसके अलावा सभी वार्ड में पार्कों और अन्य जगहों पर मिट्टी काटकर कृत्रिम तालाब तैयार किया गया है. वार्ड नंबर 5 के दुर्गा मंदिर मैदान में स्थानीय वार्ड पार्षद दीपा रानी खान की ओर से मिट्टी काटकर दो कृत्रिम तालाब तैयार किया गया है. इस कृत्रिम तालाब में वाटर पाइप की वायरिंग की गई है जिसमें झरना लगाया गया है और झरने से छठ प्रति पानी में खड़े होकर स्नान करेंगे और भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगे.
अंतिम चरण में तैयारियां: दीपा रानी ने बताया कि कई श्रद्धालु हैं जो गंगा नदी किनारे जाने में सक्षम नहीं है और ऐसे श्रद्धालु यहां आते हैं और छठी मैया की पूजा अर्चना करते हैं. घाट तैयार कर लिया गया है और सजावट का काम आखिरी चरण में चल रहा है. लाइटिंग की जा रही है और पूरे रास्तों को फूल से सजाने का काम भी शुरू हुआ है.
"गंगाजल का टैंकर मंगाया जाता है और कृत्रिम तालाब में गंगाजल डाला जाता है. फिर पानी का भरपूर प्रबंध किया जाता है. दुर्गा मंदिर मैदान में लगभग 5000 की तादाद में श्रद्धालु आते हैं और सैकड़ो छठ व्रती अर्घ्य देंगे. महिला श्रद्धालुओं के लिए चेंजिंग रूम बनाया गया है. इसके अलावा लाइटिंग की पूरी व्यवस्था की गई है. पूरे मैदान को गाय के गोबर से लेपन किया गया है जो पवित्र माना जाता है."- दीपा रानी खान, वार्ड पार्षद
गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल: गौरतलब है कि दीपा रानी हिंदू हैं और उनके पति चांद खान मुसलमान हैं. दोनों छठ व्रत करते हैं और छठी मैया को अर्घ्य देते हैं. यह दृश्य गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल की एक खूबसूरत तस्वीर पेश करता है.
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