पटना: पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार ने पार्टी कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संवाद किया था. कार्यक्रम बिहार के सभी जिला में चला. इसके अलावा मंत्रियों और विधायकों से भी संवाद करने के अलावा सहयोगी दल के विधायकों से भी वर्चुअल तरीके से बातचीत की. अब चुनाव को लेकर जदयू डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बड़ा अभियान चला रही है.
वर्चुअल माध्यम से पार्टी के संगठन राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह लगातार बैठक करेंगे. जिसमें 7 जुलाई को छात्र जदयू का कार्यक्रम समाप्त हो चुका है. हर मंगलवार को सितंबर तक कार्यक्रम चलेगा. 8 जुलाई को अति पिछड़ा प्रकोष्ठ, 9 जुलाई को महिला प्रकोष्ठ, 10 जुलाई को महादलित प्रकोष्ठ, 11 जुलाई को युवा जदयू, 12 जुलाई को व्यवसायिक प्रकोष्ठ, 13 जुलाई को किसान प्रकोष्ठ और 14 एवं 15 जुलाई को पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठ के साथ वर्चुअल बैठक भी की जाएगी.
243 विधानसभा पर होगा संवाद
इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता 243 विधानसभा क्षेत्रों के जनता से वर्चुअल सम्मेलन के माध्यम से प्रतिदिन संवाद करेंगे.18 जुलाई से 31 जुलाई के बीच विधानसभा वार वर्चुअल सम्मेलन के लिए टीम बनाई गई है. एक टीम का नेतृत्व राष्ट्रीय संगठन महासचिव आरसीपी सिंह करेंगे जबकि दूसरी टीम का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह करेंगे. तीसरी टीम का नेतृत्व मंत्री विजेंद्र यादव और चौथी टीम का नेतृत्व सांसद ललन सिंह करेंगे.
18 चुलाई से वर्चुअल सम्मेलन
18 जुलाई से शुरू होने वाले वर्चुअल सम्मेलन में प्रत्येक टीम छह विधानसभा क्षेत्र के लोगों को संबोधित करेंगे. सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक यह कार्यक्रम चलेगा. 14 दिनों तक वर्चुअल सम्मेलन चलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 7 अगस्त को वर्चुअल रैली करेंगे. वर्चुअल माध्यम से जदयू का अब तक का सबसे बड़ा अभियान होगा.
7 अगस्त को रैली करेंगे नीतीश
पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है जनता तक एनडीए सरकार के कार्य को वर्चुअल संवाद के माध्यम से पहुंचाने की कोशिश की जाएगी. पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार पहले भी कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संवाद कर चुके हैं 7 अगस्त को फिर से वर्चुअल रैली करेंगे. ऐसे में चुनाव आयोग के दिशा निर्देश का इंतजार है.
जदयू की वर्चुअल प्रोग्राम पर आरजेडी की नजर
सत्ताधारी दल बीजेपी और जदयू के वर्चुअल सम्मेलन और रैली पर प्रमुख विरोधी दल आरजेडी की भी नजर है. आरजेडी की तरफ से सोशल मीडिया में आगे रहने का दावा किया जाता रहा है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है यदि बीजेपी जदयू के लोग सोच रहे हैं कि वर्चुअल-डिजिटल के माध्यम से चुनाव जीत जाएंगे तो यह असंभव है.
वर्चुअल प्रचार में चुनौतियां
वहीं, विशेषज्ञ डीएम दिवाकर का कहना है तकनीकी कोई भी हो खराब नहीं होता है. लेकिन कृषि के मामले में बिहार में जो स्थिति है उस हिसाब से देखें तो वर्चुअल माध्यम से प्रचार सभी दलों के लिए बड़ी चुनौती साबित होने वाला है.
बीजेपी के बाद जदयू का वर्चुअल अभियान
सहयोगी बीजेपी लगातार वर्चुअल कार्यक्रम कर रही है अब जदयू की तरफ से भी अभियान में तेजी आएगी. लेकिन मुख्यमंत्री आवास से कोरोना संक्रमण के मामले मिलने के बाद ब्रेक भी लग सकता है. ऐसे आने वाले दिनों में एनडीए नेताओं के संयुक्त रुप से भी वर्चुअल सम्मेलन और रैली पर चर्चा हो रही है.