पटना: बिहार में पिछले साल कई इलाकों में सूखा पड़ा था. उत्तर बिहार के दरभंगा और अन्य जिलों में भी जलस्तर काफी नीचे चला गया था और लोगों को पेयजल की समस्याओं का सामना करना पड़ा था. वहीं, इस बार स्थिति पिछले साल की अपेक्षा काफी बेहतर है. इसी क्रम में पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा ने बताया कि उत्तर बिहार में इस साल पेयजल का संकट होने का अनुमान नहीं दिख रहा है.
'जलस्तर में हुई बढ़ोतरी'
पीएचईडी मंत्री ने कहा कि बिहार में वाटर लेवल इस बार बहुत ही बेहतर स्थिति में है. गया, कैमूर जैसे पहाड़ी इलाकों में भी वाटर लेवल 5 से 12 फीट ऊपर आ गया है. साथ ही उत्तर बिहार में इस बार जल संकट नहीं दिख रहा है. ऐसे हर परिस्थिति से मुकाबला के लिए हम लोग पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने बताया कि गया और कैमूर जैसे इलाकों में जलस्तर में 12 फीट तक वृद्धि हुई है. और पटना में 8 फीट तक जलस्तर ऊपर आ गया है. इसी तरह बिहार के अलग-अलग हिस्सों में भी जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है.
'बिहार के लिए शुभ संकेत'
मंत्री विनोद नारायण झा का दावा है कि इस बार बिहार में पेयजल की समस्या नहीं होगी. जो पुराने हैंडपंप हैं उन्हें भी बड़े पैमाने पर बदला गया है. हर परिस्थिति से मुकाबला करने के लिए हम लोगों ने भरपूर तैयारी की है. साथ ही टैंकर की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है. विनोद नारायण झा का कहना है कि अभी गर्मी की शुरुआत है. लेकिन जल स्तर ऊपर आना बिहार के लिये शुभ संकेत है.
'बेहतर स्थिति में बिहार का वाटर लेवल'
बिहार में जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत पिछले साल कई इलाकों में सूखे की स्थिति के बाद शुरू किया गया. जल संचय से लेकर नए जल स्त्रोत विकसित करने पर भी काम हो रहा है. यह उसका भी असर है. साथ ही पिछले साल की मानसून में अच्छी बारिश हुई थी. जिसके कारण भी जल स्तर में काफी सुधार हुआ है. पीएचईडी मंत्री के अनुसार इस साल बिहार में जल स्तर बेहतर स्थिति में है. जलस्तर बढ़कर ऊपर आ गया है. विनोद नारायण झा ने दावा किया कि लोगों को इस बार भीषण गर्मी में भी पेयजल की समस्या नहीं होगी.