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पटना के इस गांव के लोग आज भी चचरी पुल के सहारे ही करते हैं आवागमन

बिहार में आज हर मोहल्ले तक पक्की सड़क की बात हो रही है. वहीं आज भी पटना जिले का एक गांव चचरी पुल के सहारे है. पढ़ें पूरी खबर..

Chachari Pull
Chachari Pull
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Published : Nov 27, 2021, 3:45 PM IST

पटनाः बिहार में आज हर मोहल्ले तक पक्की सड़क की बात हो रही है. लेकिन राजधानी पटना (State Capital Patna) के पास का मसौढ़ी प्रखंड जहां बलियारी के ग्रामीण आज भी चचरी पुल के सहारे (Villagers Use Chachari Pull) हैं. यहां के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है. बरसात और रात में सबसे ज्यादा परेशानी होती है. कई बार महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग चचरी पुल से गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं.

इन्हें भी पढ़ें- बेल पर छूटकर फिर शराब के 'धंधे' में लगे अपराधियों की रद्द होगी जमानत, पुलिस मुख्यालय तैयार कर रहा सूची

बलियारी गांव में तकरीबन 50 से अधिक घर आहर पइन किनारे बसे हुए हैं. पिछले 20 सालों से हर घर के सामने एक चचरी पुल बनाकर लोग आवागमन कर रहे हैं. बलियारी गांव के ग्रामीण चचरी पुल के स्थान पर पक्के पुल के लिए लंबे समस से मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि पक्के पुल के लिए स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कई बार मांग की गई है, लेकिन आश्वासन से आगे बात नहीं बढ़ पायी है.

चचरी पुल के सहारे बलियारी

बलियारी के लोगों ने बताया कि समस्या काफी पुरानी है. लेकिन पहली बार हमारे गांव की समस्याओं को सुनने कोई मीडिया आया है. ईटीवी भारत मीडिया चैनल को इसके लिए आभार प्रकट करते हैं और हम सभी की समस्याओं को सरकार के सामने रखें, ताकि चचरी पुल से हमें मुक्ति मिले. मुखिया लक्ष्मी देवी ने बताया कि बहुत ही जल्द पुल की दिशा में हम अपना सार्थक प्रयास करेंगे, ताकि हमारे गांव में लोगों को आवागमन की सुविधा बेहतर हो.

इन्हें भी पढ़ें- Bihar Panchayat Result: 21 साल में मुखिया बनीं आयशा खातून, फतेहपुर पंचायत से दर्ज की जीत
नोट: ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

पटनाः बिहार में आज हर मोहल्ले तक पक्की सड़क की बात हो रही है. लेकिन राजधानी पटना (State Capital Patna) के पास का मसौढ़ी प्रखंड जहां बलियारी के ग्रामीण आज भी चचरी पुल के सहारे (Villagers Use Chachari Pull) हैं. यहां के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है. बरसात और रात में सबसे ज्यादा परेशानी होती है. कई बार महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग चचरी पुल से गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं.

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बलियारी गांव में तकरीबन 50 से अधिक घर आहर पइन किनारे बसे हुए हैं. पिछले 20 सालों से हर घर के सामने एक चचरी पुल बनाकर लोग आवागमन कर रहे हैं. बलियारी गांव के ग्रामीण चचरी पुल के स्थान पर पक्के पुल के लिए लंबे समस से मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि पक्के पुल के लिए स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कई बार मांग की गई है, लेकिन आश्वासन से आगे बात नहीं बढ़ पायी है.

चचरी पुल के सहारे बलियारी

बलियारी के लोगों ने बताया कि समस्या काफी पुरानी है. लेकिन पहली बार हमारे गांव की समस्याओं को सुनने कोई मीडिया आया है. ईटीवी भारत मीडिया चैनल को इसके लिए आभार प्रकट करते हैं और हम सभी की समस्याओं को सरकार के सामने रखें, ताकि चचरी पुल से हमें मुक्ति मिले. मुखिया लक्ष्मी देवी ने बताया कि बहुत ही जल्द पुल की दिशा में हम अपना सार्थक प्रयास करेंगे, ताकि हमारे गांव में लोगों को आवागमन की सुविधा बेहतर हो.

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