पटनाः बिहार में आज हर मोहल्ले तक पक्की सड़क की बात हो रही है. लेकिन राजधानी पटना (State Capital Patna) के पास का मसौढ़ी प्रखंड जहां बलियारी के ग्रामीण आज भी चचरी पुल के सहारे (Villagers Use Chachari Pull) हैं. यहां के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है. बरसात और रात में सबसे ज्यादा परेशानी होती है. कई बार महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग चचरी पुल से गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं.
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बलियारी गांव में तकरीबन 50 से अधिक घर आहर पइन किनारे बसे हुए हैं. पिछले 20 सालों से हर घर के सामने एक चचरी पुल बनाकर लोग आवागमन कर रहे हैं. बलियारी गांव के ग्रामीण चचरी पुल के स्थान पर पक्के पुल के लिए लंबे समस से मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि पक्के पुल के लिए स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कई बार मांग की गई है, लेकिन आश्वासन से आगे बात नहीं बढ़ पायी है.
बलियारी के लोगों ने बताया कि समस्या काफी पुरानी है. लेकिन पहली बार हमारे गांव की समस्याओं को सुनने कोई मीडिया आया है. ईटीवी भारत मीडिया चैनल को इसके लिए आभार प्रकट करते हैं और हम सभी की समस्याओं को सरकार के सामने रखें, ताकि चचरी पुल से हमें मुक्ति मिले. मुखिया लक्ष्मी देवी ने बताया कि बहुत ही जल्द पुल की दिशा में हम अपना सार्थक प्रयास करेंगे, ताकि हमारे गांव में लोगों को आवागमन की सुविधा बेहतर हो.
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