पटना : राजधानी पटना में 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का नारा लगाते हुए सैकड़ों ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. बताया जा रहा कि सभी कई दिनों से सड़क की बदहाल व्यवस्था से परेशान थे. कई बार आवेदन देने के बाद भी नगर कार्यपालक द्वारा इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. ऐसे में आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कार्यपालक को 7 दिनों का अल्टीमेटम भी दिया है.
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सड़कों की जर्जर हालत से परेशान: दरअसल, मणीचक और मंदिर तालाब घाट तक जाने वाले रास्ता की हालत काफी जर्जर और बदहाल है. खासकर बरसात के दिनों में पानी से जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. सड़के झील में तब्दील हो जाती हैं. वहीं, सड़क किनारे कचरा का जमावड़ा लग जाता है. जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन सभी बातों को लेकर स्थानीय लोगों ने नगर मुख्यालय के कार्यपालक पदाधिकारी से कई बार सड़क बनवाने की मांग कर चुके हैं. लेकिन उनके तरफ से कोई सुनवाई नहीं की गई.
7 दिनों का दिया अल्टीमेटम: ऐसे में अजीज होकर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण सड़क पर उतर आए और नगर कार्यपालक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को 7 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया. ग्रामीणों ने कहा कि अगर सात दिनों में सड़क की स्थिति नहीं सुधारी तो नगर परिषद का घेराव किया जाएगा. इसके अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ सड़क नहीं है तो वोट नहीं के नारे लगाए जाएंगे.
बारिश के कारण कई सड़कें ध्वस्त: मसौढ़ी मणिचक मंदिर तालाब के सचिव नवल यादव ने कहा कि लगातार सड़क बनवाने की मांग की जा रही है. बारिश के कारण कई जगहों पर सड़क ध्वस्त हो चुका है. बरसात में काफी परेशानी होती है. बावजूद स्थानीय जनप्रतिनिधि इस में रुचि नहीं लेते.