पटनाः बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) इन दिनों चर्चा में है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने गुरुवार को एक बार फिर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की दोहरायी है. बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ महायज्ञ भी करा रहे हैं. देशभर से साधू संत बागेश्वर धाम पहुंच रहे हैं. धीरेंद्र शास्त्री का जहां कुछ राजनीतिक दल समर्थन कर रहे हैं, वहीं इसका विरोध भी हो रहा है. धीरेंद्र शास्त्री के बयान के बाद हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर सियासत शुरू हो गई है.
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नीतीश ने की आलोचनाः हिंदू जनजागृति समिति और संतों की ओर से भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग का बीजेपी नेताओं की ओर से लगातार समर्थन किया जा रहा है. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी आलोचना की. शुक्रवार को कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि कार्यक्रम के बाद पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि ये देश सभी धर्मों को मानने वालों का है. सभी धर्म के लोग यहां रहते हैं. इसलिए ऐसी बातें करने वालों का कोई मतलब नहीं है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को छोड़कर किसी और की बात नहीं सुननी चाहिए. कोई हिंदू राष्ट्र की बात कर रहा है तो इसका मतलब उल्टा पुल्टा काम करना चाहता है.
राष्ट्र के हितैषी नहीं हो सकतेः बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र था, हिंदू राष्ट्र है और हिंदू राष्ट्र रहेगा. विजय सिन्हा ने कहा कि हिंदुओं को गाली देकर जिन्हें गर्व महसूस होता है कुछ लोग उनका सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के सम्मान में सब को खड़ा रहने की जरूरत है. कोई हमारी सांस्कृतिक विरासत का अपमान करे या फिर हिंदू धर्म ग्रंथों की आलोचना करे वे राष्ट्र के हितैषी नहीं हो सकते हैं.
"हिंदू और हमारी सनातन धर्म के सम्मान में सबको खड़ा रहना चाहिए. सांस्कृतिक विरासत का अपमान करे या फिर हिंदू ग्रथों को गाली दे तब उनको गर्व महसूस होता है तो ये राष्ट्र के हितैषी हो सकते हैं क्या. ये कतई उचित नहीं है"- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष विधानसभा