पटना: पिछले साल बिहार के बाहर विशेष रूप से दिल्ली में हुए हादसों में कई बिहारी मजदूरों की मौत के बाद आखिरकार सरकार ने प्रवासी बिहारियों की सुध ली है. श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में कहा कि दिल्ली समेत सभी राज्यों को बिहार सरकार ने पत्र लिखा है और वहां काम कर रहे अपने राज्य के कर्मचारियों और मजदूरों के हितों की रक्षा की जानकारी मांगी है.
रोजगार मिलने में मिलेगी सहायता
दिल्ली में वर्ष 2019 में कई मजदूरों की विभिन्न हादसों में मौत को लेकर विजय कुमार सिन्हा ने दिल्ली के संबंधित विभाग से बात की है. साथ ही पीड़ित मजदूरों के परिवार को सरकारी मदद दिलाने में अब गंभीरता दिखाई है. उन्होंने कहा कि बिहार से बाहर जाकर काम करने वाले मजदूरों की बड़ी संख्या है. सरकार उन सभी लोगों के हितों की रक्षा के लिए गंभीर है. वहीं आईटीआई के जरिए बड़ी संख्या में रोजगार, शिक्षा देने और आईटीआई को इंटर के बराबर मान्यता देने को श्रम मंत्री ने एक उपलब्धि बताते हुए दावा किया कि इससे बड़ी संख्या में रोजगार मिलने में लोगों को सहायता मिलेगी.
रोजगार के अवसर में हुई बढ़ोतरी
श्रम संसाधन मंत्री ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि जिस तरह से बिहार में विकास की गति तेज हुई है, उससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं. विभिन्न क्षेत्र में लोगों को हजारों की संख्या में जॉब मिलने में तेजी आई है. उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष को इतनी समझ नहीं है तो फिर हम कुछ नहीं कर सकते. गौरतलब है कि बिहार में बेरोजगारों की बढ़ती संख्या को लेकर लगातार विपक्ष सवाल उठाता रहा है.
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ऐसे में आईटीआई के जरिए विभिन्न परियोजनाओं में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलने का दावा कर श्रम मंत्री ने विपक्ष पर तो हमला बोला ही है. साथ ही चुनावी साल में रोजगार के मुद्दे पर इसे सरकार के लिए अहम बताया है.