पटना (मसौढ़ी) : मसौढ़ी के धनरूआ अंचल कार्यालय में इनदिनों भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. यहां हर रोज जमीन संबंधित मामलों के निष्पादन में बिना नजराना दिये काम नहीं होता है. ईटीवी भारत के हाथ ऐसा ही एक वीडियो लगा है. जिसमें, अंचल कार्यालय का क्लर्क काम के एवज मे रिश्वत लेते दिखाई दे रहा है.
जानकारी मुताबिक, धनरूआ अंचल कार्यालय का क्लर्क उमेश यादव बिना पैसे के कोई भी काम नहीं करता है. फरियादी अगर इसे पैसा ना दें, तो उन्हें कई रोज तक ऑफिस का चक्कर लगाना पड़ता है. ऐसे में गरीब तबके के लोगों के लिए उमेश यादव उनके दर्द को हरा करने का काम करता है. उसकी इस हरकत से तंग आकर राजाचक निवासी अमरनाथ प्रसाद ने पैसे देते हुए वीडियो बना लिया. अमरनाथ ने एसडीएम से कार्रवाई की मांग की है.
बार-बार मांग रहा था पैसे- पीड़ित
पीड़ित अमरनाथ के मुताबिक उमेश यादव उनसे बार-बार पैसे की डिमांड कर रहा था. दरअसल, अमरनाथ एक जमीन मापी करवाने को लेकर लागातार धनरूआ अंचल कार्यालय का चक्कर काट रहा था. अमरनाथ ने ईटीवी भारत को बताया कि एक बार उमेश ने 1 हजार 800 रुपये लिये, उसे बाद फिर पैसों की डिमांड की और 500 रुपये ले लिये. ऐसे में तंग आकर उमेश ने उसका वीडियो बना लिया.
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अमरनाथ ने बताया कि उमेश छिपाकर पैसे लेता था और उसे फाइल में रख लेता था. ऐसे में किसी भी गार्ड की नजर उसपर नहीं पड़ती थी. अमरनाथ की मानें, तो उसके जैसे ना जाने कितनों से उमेश ने ऐसे ही वसूली की होगी.
होगी सख्त कार्रवाई- एसडीएम
मामले में एसडीएम अनिल कुमार ने कहा कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. वीडियो में आवाज ना होने के कारण मामला स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. लेकिन पैसे लेने की तस्वीरें कैमरे में कैद हो गई हैं. कुल मिलाकर, सरकार जहां जमीन के मामलों के निष्पादन के लिए पारदर्शिता की बात करती है, वहीं यहां बिना घूस लिये कोई काम ही नहीं हो रहा.