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अफसरशाही के भेंट चढ़ रहा नगर निगम, जनप्रतिनिधि उठा रहे सवाल - Could not become vendor zone in two years

शहर में जाम की समस्या से निपटने के लिए पटना नगर निगम फुटपाथ के दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बना रहा है. फुटपाथ के दुकानदारों को वेंडिंगजोन देने की कवायद जुलाई 2018 में ही शुरू हो गई थी. नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही के भेंट चढ़ता दिख रहा है. वार्ड पार्षद अधिकारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं.

नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा
नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा
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Published : Dec 25, 2020, 8:46 PM IST

पटनाः शहर में जाम की समस्या से निपटने के लिए पटना नगर निगम फुटपाथ के दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बना रहा है. फुटपाथ के दुकानदारों को वेडिंगजोन देने की कवायद जुलाई 2018 में ही शुरू हो गई थी. वेंडरों को वेंडिंग जोन बनाकर देने के लिए पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू ने बोर्ड की बैठक के बाद स्थाई समिति की बैठक में योजना को स्वीकृती दे दिया था. लेकिन ये योजना अब निगम के अधिकारियों की लापरवाही के भेंट चढ़ता दिख रहा है. ऐसे में वार्ड पार्षद अधिकारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं.

जमीन मिलने के बाद भी नहीं बना वेंडर जोन

पटना नगर निगम ने स्ट्रीट वेंडरों को सड़क के किनारे से हटाकर एक जगह एकत्रित किया जा रहा है. उनके लिए वेंडर जोन का निर्माण किया जा रहा है. ताकि लोगों को रोजगार भी मिले और सड़क जाम से निजात मिले. नगर निगम द्वारा पहले जमीन नहीं होने की बात कही गई.लेकिन अब जमीन मिलने के बाद भी अभी तक एक भी वेंडर जोन का निर्माण नहीं हुआ है. किसी भी स्ट्रीट वेंडर को दुकान एलॉट नहीं हुई है. जिसके कारण आज भी दुकान सड़क के किनारे ही लग रही हैं. वेंडर जोन नहीं बनने से वार्ड पार्षद नगर निगम पर अफसर शाही का आरोप लगा रहे हैं. पार्षदों का कहना है कि अफसरों के गलती के कारण आज तक एक भी वेंडर जोन नहीं बना.

देखें रिपोर्ट


पैसे की कमी थी अब काम शुरू हो गया हैः कमिश्नर
बता दें कि नगर निगम प्रत्येक वार्ड में वेंडिंग जोन बनाने का दावा किया था. लेकिन समय पर योजना पूरी नहीं हो सकी. इस वजह से करीब 24 हजार से अधिक वेंडर आज भी सड़क के किनारे ही दुकान लगा रहे हैं. शहर में 100 से अधिक स्थानों पर सब्जी, फल, फास्ट फूड आदि की दुकानें सड़क के किनारे असुरक्षित और अनाधिकृत रूप से लगाई जा रही हैं. इसके कारण आए दिन ट्रैफिक व्यवस्था बेपटरी हो जाती है. वहीं फुटपाथी दुकानदारों की सुरक्षा भी सुनिश्चित नहीं हो पाई है. नस्वी (नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया)ने अपने सर्वे में 12 हजार 500 फुटपाथ के दुकानदारों को चिन्हित किया था.

75 वार्डों में बनेगा वेंडिंग जोन
नास्वी का यह सर्वे अधूरा ही रहा और बड़ी संख्या में फुटपाथ की दुकानों की पहचान अभी भी बाकी है. फिलहाल नास्वी द्वारा चिन्हित फुटपाथ की दुकानों में निगम ने अभी तक करीब 600 लोगों को ही पहचान पत्र वितरित किया है. वार्षिक बजट से पटना नगर निगम करीब दो करोड़ की लागत से प्रत्येक वार्ड में वेंडिंग जोन का निर्माण कराएगा.

पटनाः शहर में जाम की समस्या से निपटने के लिए पटना नगर निगम फुटपाथ के दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बना रहा है. फुटपाथ के दुकानदारों को वेडिंगजोन देने की कवायद जुलाई 2018 में ही शुरू हो गई थी. वेंडरों को वेंडिंग जोन बनाकर देने के लिए पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू ने बोर्ड की बैठक के बाद स्थाई समिति की बैठक में योजना को स्वीकृती दे दिया था. लेकिन ये योजना अब निगम के अधिकारियों की लापरवाही के भेंट चढ़ता दिख रहा है. ऐसे में वार्ड पार्षद अधिकारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं.

जमीन मिलने के बाद भी नहीं बना वेंडर जोन

पटना नगर निगम ने स्ट्रीट वेंडरों को सड़क के किनारे से हटाकर एक जगह एकत्रित किया जा रहा है. उनके लिए वेंडर जोन का निर्माण किया जा रहा है. ताकि लोगों को रोजगार भी मिले और सड़क जाम से निजात मिले. नगर निगम द्वारा पहले जमीन नहीं होने की बात कही गई.लेकिन अब जमीन मिलने के बाद भी अभी तक एक भी वेंडर जोन का निर्माण नहीं हुआ है. किसी भी स्ट्रीट वेंडर को दुकान एलॉट नहीं हुई है. जिसके कारण आज भी दुकान सड़क के किनारे ही लग रही हैं. वेंडर जोन नहीं बनने से वार्ड पार्षद नगर निगम पर अफसर शाही का आरोप लगा रहे हैं. पार्षदों का कहना है कि अफसरों के गलती के कारण आज तक एक भी वेंडर जोन नहीं बना.

देखें रिपोर्ट


पैसे की कमी थी अब काम शुरू हो गया हैः कमिश्नर
बता दें कि नगर निगम प्रत्येक वार्ड में वेंडिंग जोन बनाने का दावा किया था. लेकिन समय पर योजना पूरी नहीं हो सकी. इस वजह से करीब 24 हजार से अधिक वेंडर आज भी सड़क के किनारे ही दुकान लगा रहे हैं. शहर में 100 से अधिक स्थानों पर सब्जी, फल, फास्ट फूड आदि की दुकानें सड़क के किनारे असुरक्षित और अनाधिकृत रूप से लगाई जा रही हैं. इसके कारण आए दिन ट्रैफिक व्यवस्था बेपटरी हो जाती है. वहीं फुटपाथी दुकानदारों की सुरक्षा भी सुनिश्चित नहीं हो पाई है. नस्वी (नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया)ने अपने सर्वे में 12 हजार 500 फुटपाथ के दुकानदारों को चिन्हित किया था.

75 वार्डों में बनेगा वेंडिंग जोन
नास्वी का यह सर्वे अधूरा ही रहा और बड़ी संख्या में फुटपाथ की दुकानों की पहचान अभी भी बाकी है. फिलहाल नास्वी द्वारा चिन्हित फुटपाथ की दुकानों में निगम ने अभी तक करीब 600 लोगों को ही पहचान पत्र वितरित किया है. वार्षिक बजट से पटना नगर निगम करीब दो करोड़ की लागत से प्रत्येक वार्ड में वेंडिंग जोन का निर्माण कराएगा.

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