पटना: बिहार में मानसून ने दस्तक दे दी है. इसके साथ ही सब्जियों के दामों (Vegetables Price) ने आसमान छू रहे हैं. बरसात के कारण फल और सब्जी जल्द खराब हो रहे हैं. वहीं, अनलॉक की प्रक्रिया के बाद सब्जियों के दाम बढ़ जाने से लोगों के पसीने छूट रहे हैं. लॉकडाउन (Lockdown) के समय सब्जियों की कीमत से लोगों को थोड़ी राहत मिली थी. उस समय लोगों को कम दर पर सब्जियां मिल जाती थीं, लेकिन बरसात के बाद कीमतें एक बार फिर आसमान छूने लगे हैं.
यह भी पढ़ें: Rohtas News: सब्जी फेंकने से भड़के दुकानदारों ने पुलिस टीम पर किया हमला, 5 घायल
सब्जी के दाम छू रहे आसमान
जो परवल और भिंडी लॉकडाउन से पहले 15 से 20 रुपये किलो बिक रही थीं. उनके दाम आज बढ़कर 40-45 रुपये हो गए हैं. यही नहीं, टमाटर के दाम में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है. टमाटर पहले ₹15 केजी था, वह अब सीधे ₹25 केजी हो गया है. वहीं, फूलगोभी व पत्तागोभी के दाम भी अब आसमान छूने लगे हैं.
सब्जियों के नाम | दाम (प्रति किलो) |
आलू | 20 |
परवल | 45 |
भिंडी | 40 |
नेनुआ | 35 |
बैंगन | 35 |
बीन्स | 50 |
फूलगोभी | 30 |
पत्तागोभी | 30 |
प्याज | 30 |
धनिया पत्ता | 100 |
शिमला मिर्च | 120 |
सेम | 30 |
कटहल | 60 |
सब्जियों के नाम | दाम (प्रति किलो) |
मूली | 35 |
करेला | 35 |
कद्दू | 30 |
टमाटर | 30 |
लाल साग | 30 |
पालक साग | 30 |
सैजन | 40 |
अदरख | 100 |
लहसुन | 120 |
हरी मिर्च | 80 |
कच्चा केला | 40 |
मटर | 50 |
चठैल | 40 |
यह भी पढ़ें: पटना : सब्जी,फल और अनाज के दाम, देखिए पूरी लिस्ट
अनलॉक की प्रक्रिया के बाद बढ़े दाम
सब्जियों के बढ़े हुए दामों को लेकर सब्जी व्यवसायी नवल कुमार ने बताया कि लॉकडाउन में सब्जी सस्ती बिकती थी. क्योंकि प्रचुर मात्रा में दियारा क्षेत्र के किसान सब्जी लेकर मंडी पहुंच जाते थे. लॉकडाउन में सीमित समय के लिए दुकान खोला जाता था. जिस कारण से सब्जी की बिक्री भी खूब होती थी. लेकिन जैसे ही अनलॉक प्रक्रिया और मौसम का मिजाज बदला किसानों की सब्जियां बर्बाद होने लगी. जिस कारण से सब्जियों के दामों में वृद्धि हुई है.
'टमाटर पहले 16 रुपये बेच रहे थे. अब 25 रुपये बेच रहे हैं'. - नवल कुमार, व्यापारी
'पहले प्याज कम दाम में बेच रहे थे. बरसात के बाद फसल बर्बाद हो गई है. जिस कारण दाम बढ़े हैं'.- असर्फी सिंह, व्यापारी
महंगाई से लोग परेशान
वहीं, खरीदारी करने पहुंचे व्यक्ति ने बताया कि महंगाई से लोग परेशान हैं. उन्होंने कहा कि सरसो तेल की वृद्धि ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है. तो वहीं, अब हरी सब्जियों के बढ़े दाम ने थाली से सब्जियों को भी गयाब करना शुरू कर दिया है.
'मानसून का समय है, तो फसल बर्बाद हुआ है. मिडिल क्लास को परेशानी हो रही है. आम आदमी को आधी सैलेरी मिल रही है. यह तो गरीबी में आटा गिला है. इसी ढंग से रहा तो मिडिल क्लास वाला मरेगा'.- अमित कुमार ,ग्राहक
लॉकडाउन से टूट चुका मिडिल क्लास
वहीं, सब्जी मंडी में खरीदारी कर रहे अमित कुमार ने बताया कि एक तो पहले ही मिडिल क्लास के लोग कोरोना महामारी और लॉकडाउन से पूरी तरह से टूट चुके हैं. दूसरी तरफ बढ़ती महंगाई ने लोगों का जीना दुभर कर दिया है.