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विधानसभा में जुमे की नमाज के मुद्दे पर हंगामा, विपक्ष की सदन की कार्यवाही रोके जाने की मांग.. अध्यक्ष ने ठुकराया

बिहार विधानसभा में सदन में नमाज के मुद्दे पर हंगामा हुआ. विपक्षी दल के नेता जुमे की नमाज के लिए 12ः30 बजे सदन स्थगित करने की मांग कर रहे थे. इस पर सत्ता पक्ष ने मांग का बहिष्कार किया. जिसको लेकर विपक्षी दल के सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे. पढ़ें पूरी रिपोर्ट..

सदन में नमाज का मुद्दा
सदन में नमाज का मुद्दा
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Published : Mar 11, 2022, 4:08 PM IST

पटनाः बिहार विधानसभा में बजट सत्र 2022 (Budget Session in Bihar Assembly) चल रहा है. शुक्रवार को सदन में नमाज के मुद्दे पर हंगामा (Issue of Namaz in Bihar Assembly) हुआ. विपक्ष जुमा की नमाज को लेकर पुरानी परंपरा का हवाला देते हुए विधानसभा की कार्यवाही 12:30 बजे तक ही चलाने की मांग कर रहे थे. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नहीं माना. इसको लेकर विपक्षी सदस्य वेल में पहुंचकर हंगामा करने लगे. इसको लेकर बीजेपी सदस्यों ने नाराजगी जताई. बीजेपी सदस्यों का कहना था महबूब आलम खुद अपना मामला पढ़ कर हंगामा करने लगे. जब बीजेपी सदस्यों के गौशाला के मामले पर जवाब होने वाला था, तो सदन रोकने की मांग करने लगे.

यह भी पढ़ें- विधानसभा अध्यक्ष के साथ लखीसराय में दुर्व्यवहार मामले पर RJD और BJP एकजुट, सदन में किया हंगामा

धर्म के आधार पर कार्यवाही नहीं चलेगीः बीजेपी के विधायक पवन जायसवाल का कहना था कि धर्म के आधार पर सदन की कार्यवाही नहीं चल सकती है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जिन्हें नमाज के लिए जाना है, वह जा सकते हैं, उन्हें पहले ही उनका मामला पढ़ा दिया गया है, लेकिन उसके बावजूद नमाज के लिए भी नहीं गए और हम लोगों का जो प्रश्न का जवाब होना था, उसे भी नहीं होने दिया. यह सब सदन में नहीं चल सकता है.

परंपरा का दिया गया हवालाः आपको जानकारी दें कि सदन की परंपरा का हवाला देते हुए विपक्षी दल के नेता नमाज के लिए सदन को 12ः30 बजे तक चलाने की मांग कर रहे थे. मंत्री विजय शंकर दूबे ने नमाज के लिए सदन स्थगित करने की मांग की. इस पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि परंपरा और नियम समयानुकूल वातावरण और सहमति से सदन के हिसाब से बढ़ती और घटती है. जिन सदस्यों को नमाज पढ़ना था, उनको पहले ही पूरक और उनका मामला पढ़ा दिया गया है. अब महबूब साहब के बालने का वक्त है. एक बार नेता प्रतिपक्ष की मांग पर आनंद मोहन के विषय पर भी प्रश्न था तो सदन का वक्त बढ़ाया गया था. उसके बाद महबूब आलम ने अपना पूरक पढ़ा.

जुमे की नमाज के मुद्दे पर सदन में हंगामा

वेल में आ गए सदस्यः नमाज के लिए सदन स्थगित करने की मांग को लेकर ही महबूब आलम और कुछ नेता वेल में आ गए और हंगामा करने लगे. कुछ देर के बाद सत्ता पक्ष के सदस्य संजय सरावगी ने नमाज के लिए सदन स्थगित करने की मांग पर पुराने वक्त का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि एक बार सदन में ही आनंद मोहन के विषय पर प्रश्न था. विपक्ष की तरफ से ही प्रस्ताव दिया गया था. सदन को बढ़ाने की सहमति विपक्ष की तरफ से आयी थी. माननीय सदस्य महबूब आलम खुद अपना मामला 12ः40 बजे तक पढ़ रहे थे. जब हमारा वक्त आया तो स्थगित करने की मांग करने लगे. यह नहीं चलेगा.

बीजेपी नेता करते रहे हंगामाः संजय सरावगी के बयान पर एक बार फिर सदन में हंगामा होने लगा. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सदन को 2 बजे तक स्थगित कर दिया. इसपर सत्तापक्ष के नेता अपनी जगह पर खड़े हो गए और हंगामा करने लगे. उनको हंगामा करते देख विपक्षी दल के नेता भी वेल में हंगामा करने लगे. सदन के बाहर भी बीजेपी के सदस्य लगातार हंगामा कर रहे थे.

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पटनाः बिहार विधानसभा में बजट सत्र 2022 (Budget Session in Bihar Assembly) चल रहा है. शुक्रवार को सदन में नमाज के मुद्दे पर हंगामा (Issue of Namaz in Bihar Assembly) हुआ. विपक्ष जुमा की नमाज को लेकर पुरानी परंपरा का हवाला देते हुए विधानसभा की कार्यवाही 12:30 बजे तक ही चलाने की मांग कर रहे थे. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नहीं माना. इसको लेकर विपक्षी सदस्य वेल में पहुंचकर हंगामा करने लगे. इसको लेकर बीजेपी सदस्यों ने नाराजगी जताई. बीजेपी सदस्यों का कहना था महबूब आलम खुद अपना मामला पढ़ कर हंगामा करने लगे. जब बीजेपी सदस्यों के गौशाला के मामले पर जवाब होने वाला था, तो सदन रोकने की मांग करने लगे.

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धर्म के आधार पर कार्यवाही नहीं चलेगीः बीजेपी के विधायक पवन जायसवाल का कहना था कि धर्म के आधार पर सदन की कार्यवाही नहीं चल सकती है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जिन्हें नमाज के लिए जाना है, वह जा सकते हैं, उन्हें पहले ही उनका मामला पढ़ा दिया गया है, लेकिन उसके बावजूद नमाज के लिए भी नहीं गए और हम लोगों का जो प्रश्न का जवाब होना था, उसे भी नहीं होने दिया. यह सब सदन में नहीं चल सकता है.

परंपरा का दिया गया हवालाः आपको जानकारी दें कि सदन की परंपरा का हवाला देते हुए विपक्षी दल के नेता नमाज के लिए सदन को 12ः30 बजे तक चलाने की मांग कर रहे थे. मंत्री विजय शंकर दूबे ने नमाज के लिए सदन स्थगित करने की मांग की. इस पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि परंपरा और नियम समयानुकूल वातावरण और सहमति से सदन के हिसाब से बढ़ती और घटती है. जिन सदस्यों को नमाज पढ़ना था, उनको पहले ही पूरक और उनका मामला पढ़ा दिया गया है. अब महबूब साहब के बालने का वक्त है. एक बार नेता प्रतिपक्ष की मांग पर आनंद मोहन के विषय पर भी प्रश्न था तो सदन का वक्त बढ़ाया गया था. उसके बाद महबूब आलम ने अपना पूरक पढ़ा.

जुमे की नमाज के मुद्दे पर सदन में हंगामा

वेल में आ गए सदस्यः नमाज के लिए सदन स्थगित करने की मांग को लेकर ही महबूब आलम और कुछ नेता वेल में आ गए और हंगामा करने लगे. कुछ देर के बाद सत्ता पक्ष के सदस्य संजय सरावगी ने नमाज के लिए सदन स्थगित करने की मांग पर पुराने वक्त का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि एक बार सदन में ही आनंद मोहन के विषय पर प्रश्न था. विपक्ष की तरफ से ही प्रस्ताव दिया गया था. सदन को बढ़ाने की सहमति विपक्ष की तरफ से आयी थी. माननीय सदस्य महबूब आलम खुद अपना मामला 12ः40 बजे तक पढ़ रहे थे. जब हमारा वक्त आया तो स्थगित करने की मांग करने लगे. यह नहीं चलेगा.

बीजेपी नेता करते रहे हंगामाः संजय सरावगी के बयान पर एक बार फिर सदन में हंगामा होने लगा. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सदन को 2 बजे तक स्थगित कर दिया. इसपर सत्तापक्ष के नेता अपनी जगह पर खड़े हो गए और हंगामा करने लगे. उनको हंगामा करते देख विपक्षी दल के नेता भी वेल में हंगामा करने लगे. सदन के बाहर भी बीजेपी के सदस्य लगातार हंगामा कर रहे थे.

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