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पटना: सफाई कर्मियों को लेकर बुलाई गई नगर निगम की बैठक चढ़ी हंगामे की भेंट

सफाई कर्मियों के मुद्दे पर बुलाई गई इस बैठक के दौरान विपक्षी गुट ने मेयर के टेबल के सामने जमकर हंगामा किया. उन लोगों की मांग थी कि शहर की साफ-सफाई के लिए लगाए जाने वाले आऊटसोर्सिंग को खत्म किए जाएं. नगर निगम को यह अधिकार मिले कि वह अपने सफाई कर्मी रख सके.

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Published : Feb 5, 2020, 5:36 PM IST

पटना
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पटना: राजधानी के बांकीपुर नगर निगम अंचल कार्यालय में सफाई कर्मियों की हड़ताल को लेकर मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में सभी पार्षदों के साथ बैठक बुलाई गई. इस बैठक में नगर आयुक्त समेत नगर निगम के तमाम अधिकारी भी पहुंचे. हलांकि बैठक में पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और सफाई कर्मियों के हक में नारे लगाए.

पटना
नगर निगम की बैठक में हंगामा करते पार्षद

सफाई कर्मियों के मुद्दे पर बुलाई गई इस बैठक के दौरान विपक्षी गुट ने मेयर के टेबल के सामने जमकर हंगामा किया. उन लोगों की मांग थी कि शहर की साफ-सफाई के लिए लगाए जाने वाले आऊटसोर्सिंग को खत्म किया जाए. नगर निगम को यह अधिकार मिले कि वह अपने सफाई कर्मी रख सके. इसी तरह के तमाम मांगों को उन लोगों ने मेयर के सामने रखा और हंगामा किया. पार्षदों के हंगामे को बढ़ता देख नगर आयुक्त ने बैठक हॉल में पुलिस बुला लिया. जिसके बाद हंगामा और बढ़ गया और सभी पार्षदों ने एक स्वर में इसका विरोध किया.

पेश है रिपोर्ट

21 सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग
बता दें कि नगर विकास विभाग के ओर से जारी लेटर के बाद 4300 दैनिक सफाई कर्मियों ने हड़ताल कर दिया है. शहर की सफाई व्यवस्था एकदम खराब हो गई है. शहर भर में कूड़े-कचरे का अंबार लगा हुआ है. दैनिक सफाई कर्मियों की हड़ताल के बाद विभाग ने लेटर जारी कर सफाई कर्मियों की सेवा समय विस्तार कर दिया. लेकिन सफाई कर्मी अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं.

पटना: राजधानी के बांकीपुर नगर निगम अंचल कार्यालय में सफाई कर्मियों की हड़ताल को लेकर मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में सभी पार्षदों के साथ बैठक बुलाई गई. इस बैठक में नगर आयुक्त समेत नगर निगम के तमाम अधिकारी भी पहुंचे. हलांकि बैठक में पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और सफाई कर्मियों के हक में नारे लगाए.

पटना
नगर निगम की बैठक में हंगामा करते पार्षद

सफाई कर्मियों के मुद्दे पर बुलाई गई इस बैठक के दौरान विपक्षी गुट ने मेयर के टेबल के सामने जमकर हंगामा किया. उन लोगों की मांग थी कि शहर की साफ-सफाई के लिए लगाए जाने वाले आऊटसोर्सिंग को खत्म किया जाए. नगर निगम को यह अधिकार मिले कि वह अपने सफाई कर्मी रख सके. इसी तरह के तमाम मांगों को उन लोगों ने मेयर के सामने रखा और हंगामा किया. पार्षदों के हंगामे को बढ़ता देख नगर आयुक्त ने बैठक हॉल में पुलिस बुला लिया. जिसके बाद हंगामा और बढ़ गया और सभी पार्षदों ने एक स्वर में इसका विरोध किया.

पेश है रिपोर्ट

21 सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग
बता दें कि नगर विकास विभाग के ओर से जारी लेटर के बाद 4300 दैनिक सफाई कर्मियों ने हड़ताल कर दिया है. शहर की सफाई व्यवस्था एकदम खराब हो गई है. शहर भर में कूड़े-कचरे का अंबार लगा हुआ है. दैनिक सफाई कर्मियों की हड़ताल के बाद विभाग ने लेटर जारी कर सफाई कर्मियों की सेवा समय विस्तार कर दिया. लेकिन सफाई कर्मी अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं.

Intro:राजधानी पटना के बांकीपुर नगर निगम अंचल कार्यालय में मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में सभी पार्षदों के साथ बैठक चल रही है और इस बैठक में नगर आयुक्त समेत नगर निगम के तमाम अधिकारी भी मौजूद हैं. क्या बैठक सफाई कर्मियों के हड़ताल को लेकर बुलाई गई है जिसमें सभी पार्षदों ने एकजुटता दिखाते हुए सफाई कर्मचारियों के हक में उनकी मांगों को लेकर प्रस्ताव लाया है जिस पर अभी चर्चा चल रही है.


Body:नगर विकास विभाग द्वारा निगम के दैनिक सफाई कर्मचारियों को हटाए जाने की घोषणा के बाद पटना के सभी 4300 सफाई कर्मी 3 दिनों से हड़ताल पर हैं. हालांकि नगर विकास विभाग ने अपने आदेश को फिलहाल के लिए 31 मार्च तक स्थगित कर दिया है इसके बावजूद कर्मियों ने स्थायीकरण की मांग को लेकर कामकाज ठप रखा हुआ है. ऐसे में मेयर सीता साहू ने पार्षदों की एक विशेष बैठक बुलाई है जिसमें अभी चर्चा चल रही है. बता दे कि सफाई कर्मी मांग कर रहे हैं कि जो लंबे समय से दैनिक सफाई कर्मी है उन्हें नौकरी की गारंटी मिले और उनके काम को स्थायीकरण किया जाए. यह सारा मामला तब से उठा हुआ है जब से नगर विकास विभाग ने आदेश दिया कि अब आउटसोर्सिंग के माध्यम से दैनिक सफाई कर्मी रखे जाएंगे जिसका निगम के पार्षदों ने विरोध किया है।


Conclusion:सफाई कर्मियों के मुद्दे पर बुलाई गई नगर निगम की बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई है और इसमें विपक्षी गुड जमकर मियां के टेबल के सामने जाकर हंगामा की है. विपक्षी पार्षद आउटसोर्सिंग को खत्म करने की मांग कर रहे हैं और इनकी मांग है कि नगर निगम को यह अधिकार मिलेगी वह अपने सफाई कर्मी रख सके. नगर निगम की बैठक जैसे ही शुरू हुई विपक्षी पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और मेहर के टेबल के सामने जाकर सफाई कर्मियों के हक में नारेबाजी की. पार्षदों के हंगामे को बढ़ता देख नगर आयुक्त ने बैठक हॉल में पुलिस को बुला दिया जिसके बाद दिया हंगामा और बढ़ गया और सभी पार्षदों ने एक स्वर में इसका विरोध किया कि कैसे हमारी बैठक में पुलिस आ सकती है और यह नगर निगम के इतिहास में पहली बार है जब बैठक के बीच में पुलिस पहुंची है. बाद में हंगामे को बढ़ता देख नगर आयुक्त ने सूरत सभी पुलिसकर्मियों को कक्ष से बाहर निकाला और पार्षदों से इसके लिए माफी भी मांगी.
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