पटना: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को सबसे कमजोर मुख्यमंत्री बताया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इतना कमजोर हैं कि उनकी बात उनके मंत्री भी नहीं मानते हैं. यही कारण है कि शिक्षा मंत्री ने जो बयान दिया उस पर उपमुख्यमंत्री ने क्या कुछ कहा, आप खुद सुनिए और मुख्यमंत्री क्या कुछ बोल रहे हैं, यह भी सुनिए. साथ ही जदयू के नेता किस तरह का बयान दे रहे हैं, बयान वापसी की मांग भी कर रहे हैं फिर भी राजद कुछ नहीं कर रहा है.
ये भी पढ़ें- VIDEO: बिहार के शिक्षा मंत्री के विवादित बोल- 'रामचरितमानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ'
'इसका मतलब साफ है कि मुख्यमंत्री उस मंत्री को हटा भी नहीं सकते हैं. जिन्होंने रामचरितमानस को लेकर इस तरह का बयान दिया. हम मानते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सबसे कमजोर मुख्यमंत्री हैं. और यह बेबस और लाचार हैं. सिर्फ और सिर्फ कुर्सी के लोभ से महागठबंधन बनाकर राज कर रहे हैं. लेकिन सच्चाई यही है कि देश का सबसे कमजोर मुख्यमंत्री अगर कोई है तो वह नीतीश कुमार हैं. भारतीय जनता पार्टी जब तक है तब तक सनातन धर्म को लेकर अगर कोई किसी तरह का बयान देगा तो उसका विरोध करेगा.' - गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर साधा निशाना : उनसे जब पूछा गया कि राजद के मंत्री कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतने के लिए सेना पर हमला करवाती है, तो उन्होंने कहा कि यह उनका बयान टुकड़े-टुकड़े गैंग के बयान के जैसा है. और यह लोग इस तरह का ही बयान देते हैं. वहीं, जब उनसे पूछा गया कि केसीआर ने आज सम्मेलन किया था, नीतीश कुमार को नहीं बुलाया तो उन्होंने कहा कि विपक्ष में जो लोग हैं उनमें कई लोग प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं, उनमें केसीआर भी एक हैं. तो जब केसीआर खुद प्रधानमंत्री के उम्मीदवार हैं तो फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वह क्यों बुलाएंगे?.
क्या है रामचरितमानस विवाद ? : गौरतलब है कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह ने रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. उन्होंने पटना में नालंदा खुला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बता दिया था. चंद्रशेखर ने कहा था कि- 'एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस और तीसरे युग में गुरु गोलवरकर का 'बंच ऑफ थॉट्स' देश और समाज को नफरत में बांटते हैं.'
जेडीयू और आरजेडी आमने-सामने: शिक्षा मंत्री के इस बयान से बिहार की राजनीति में बवाल मच हुआ है. बीजेपी नेता तो शुरू से ही आक्रामक नजर आ रहे थे. लेकिन अब महागठबंधन में जेडीयू और आरजेडी आमने-सामने आ गए हैं. जेडीयू शिक्षा मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है जबकि आरजेडी उनका समर्थन कर रही है.