पटना: रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर बिहार में सियासत जारी है. इसी क्रम में पटना पहुंचे केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे (Union Minister Ashwini Choubey) ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर जमकर निशाना साधा. पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्हेंने कहा कि शिक्षा मंत्री ने जिस तरह का बयान रामचरित मानस पर दिया है. वो पूरी तरह से गलत है. इसका मतलब है, चंद्रशेखर अज्ञानी हैं और ऐसे अज्ञानी लोगों को शिक्षा मंत्री रहना उचित नहीं है.
'रामचरितमानस सनातन शास्वत है. और उसको लेकर जिस तरह की गंदी टिप्पणी मंत्री ने किया है, वो कहीं से भी उचित नहीं है. और उन्होंने ऐसा करके सनातन धर्म को लेकर बहुत कुछ कहने का काम किया है. वह कुछ भी कहें लेकिन इतना साफ है कि वो अज्ञानी हैं. और उन्हें रामचरितमानस के बारे में कुछ पता नहीं है. रामचरितमानस सिर्फ हिंदुत्व से नहीं जुड़ा हुआ है. बल्कि सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है. और यह सनातन शास्वत है. इसको लेकर शिक्षा मंत्री ने जिस तरह की टिप्पणी की है, अब सिर्फ यही मांग करेंगे कि उन्हें उनके पद से बर्खास्त किया जाए.' - अश्विनी चौबे, केंद्रीय मंत्री
बिहार के शिक्षा मंत्री ने दिया था विवादित बयान : गौरतलब है कि बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था. रामचरितमानस' ग्रंथ को समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था. उन्होंने कहा था कि यह ग्रंथ समाज में दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ाई से रोकता है. उन्हें उनका हम दिलाने से रोकता है. मनुस्मृति ने समाज में नफरत का बीज बोया, फिर उसके बाद रामचरितमानस ने समाज में विषमता पैदा की. और आज के समय गुरू गोलवलकर की विचार समाज में नफरत फैलाने का काम कर रही है.
अब भी चंद्रेशखर अपने बयान पर हैं कायम: शिक्षा मंत्री (Education Minister Of Bihar Chandrashekhar) के बयान पर बवाल मचा है लेकिन वे अपने बयान पर कायम हैं. इतना ही नहीं उनहोंने ये भी कहा कि मैं जलने वाला आदमी हूं. जो जलेगा वो निखरेगा. साथ ही उन्होंने आचार्य परमहंस महाराज के जीभ काटने वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दे दो दस करोड़ कोई तो अमीर हो जाए.