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बिहार के 7 पुलिसकर्मियों को बेहतर जांच के लिए केंद्रीय गृहमंत्री पदक, रूपेश हत्याकांड सुलझाने पर सम्मान

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Published : Aug 12, 2022, 3:39 PM IST

जांच में श्रेष्ठता के लिए Union Home Minister Medal से बिहार के 7 पुलिस ऑफिसर्स को सम्मानित किया गया है. इस साल 151 पुलिस और जांच एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों को ये पदक प्रदान किए गये. पढ़ें पूरी खबर..

Award To 7 Police Officers Of Bihar
Award To 7 Police Officers Of Bihar

पटना: केंद्रीय गृह मंत्री के अनुमोदन से वर्ष 2022 के लिए बिहार के 7 विभिन्न अधिकारियों को अन्वेषण में उत्कृष्टता के लिए केंद्रीय गृहमंत्री पदक से सम्मानित किया गया. उत्कृष्टता जांच ( Medal For Excellence In Investigation) के लिए बिहार पुलिस के सात अधिकारियों (Award To 7 Police Officers Of Bihar) को किया गया. दो एसपी, दो इंस्पेक्टर और तीन सब इंस्पेक्टर को केंद्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया गया है.

पढ़ें- रुपेश हत्याकांड: चौथे आरोपी के खिलाफ 100 पन्नों की चार्जशीट दाखिल, एक थप्पड़ की खुन्नस में कर दी हत्या

बिहार के 7 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्टता गृहमंत्री पदक: आपको बता दें कि शैयली शब्लाराम धूरत SP, विनय तिवारी SP, राम शंकर सिंह इंस्पेक्टर, विनय प्रकाश इंस्पेक्टर, मनोज कुमार राय सब इंस्पेक्टर, मो चांद परवेज सब इंस्पेक्टर, मो गुलाम मुस्तफा सब इंस्पेक्टर को सम्मानित किया गया है. मिल रही जानकारी के अनुसार राजधानी पटना के एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड ( Rupesh Singh Murder Case) की गुत्थी सुलझाने वाली एसआईटी के एसपी समेत 7 अफसर पुरस्कृत होंगे. दरअसल इस टीम के द्वारा पूरे मामले का उद्भेदन किया गया था. हाईप्रोफाइल इस मामले को लेकर सरकार की काफी किरकिरी हुई थी.

रूपेश सिंह हत्याकांड: दरअसल, 12 जनवरी 2021 को पटना एयरपोर्ट से घर आने के दौरान अपराधियों ने घर के पास ही रूपेश सिंह को निशाना बनाया था. बाइक सवार ऋतुराज समेत अन्य अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. जिससे उनकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी. पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि पोस्टमार्टम के दौरान रूपेश सिंह की बॉर्डी से 6 गोलियां निकाली गई थी.

पुलिस ने किया था मामले का उद्भेदन: पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी ऋतुराज ने बताया था कि रूपेश कुमार सिंह के साथ एक दुर्घटना हुई थी, जिसके बाद रूपेश सिंह ने ऋतुराज को 29 नवंबर को बहुत पीटा था. इससे वह गुस्से में था. लिहाजा जान से मारने के प्लान में कई दिनों से काम कर रहा था. लगभग डेढ़ महीने से रूपेश कुमार सिंह को मारने की कोशिश कर रहा था और आखिकार रूपेश सिंह को मार दिया गया.

151 पुलिसकर्मियों को दिया गया मेडल: कुल 151 पुलिस और जांच एजेंसियों से जुड़े अधिकारी और कर्मचारियों को यह पदक प्रदान किये गये. इनमें सीबीआई, दिल्ली पुलिस, एनआईए और अलग अलग राज्यों के पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है. इन पुरस्कारों को प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मियों में जांच एजेंसी सीबीआई के 15, महाराष्ट्र पुलिस के 11, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश पुलिस के 10-10, केरल, राजस्थान और पश्चिम बंगाल पुलिस के 8-8 पुलिसकर्मी शामिल हैं. दिल्ली पुलिस के 6 पुलिसकर्मियों को भी ये पदक दिया गया. बता दें कि 2021 में 152 और 2020 में 212 पुलिसकर्मी सम्मानित हो चुके हैं.

इसके अलावा जांच एजेंसी एनआईए और एनसीबी के 5-5 अधिकारी शामिल हैं. बाकी पुलिसकर्मी अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं. खास बात ये है कि इस बार जिन पुलिसकर्मियों को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से सम्मानित किया गया उसमें 28 महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. ये सम्मान हर साल जांच में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रदान किया जाता है.


पटना: केंद्रीय गृह मंत्री के अनुमोदन से वर्ष 2022 के लिए बिहार के 7 विभिन्न अधिकारियों को अन्वेषण में उत्कृष्टता के लिए केंद्रीय गृहमंत्री पदक से सम्मानित किया गया. उत्कृष्टता जांच ( Medal For Excellence In Investigation) के लिए बिहार पुलिस के सात अधिकारियों (Award To 7 Police Officers Of Bihar) को किया गया. दो एसपी, दो इंस्पेक्टर और तीन सब इंस्पेक्टर को केंद्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया गया है.

पढ़ें- रुपेश हत्याकांड: चौथे आरोपी के खिलाफ 100 पन्नों की चार्जशीट दाखिल, एक थप्पड़ की खुन्नस में कर दी हत्या

बिहार के 7 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्टता गृहमंत्री पदक: आपको बता दें कि शैयली शब्लाराम धूरत SP, विनय तिवारी SP, राम शंकर सिंह इंस्पेक्टर, विनय प्रकाश इंस्पेक्टर, मनोज कुमार राय सब इंस्पेक्टर, मो चांद परवेज सब इंस्पेक्टर, मो गुलाम मुस्तफा सब इंस्पेक्टर को सम्मानित किया गया है. मिल रही जानकारी के अनुसार राजधानी पटना के एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड ( Rupesh Singh Murder Case) की गुत्थी सुलझाने वाली एसआईटी के एसपी समेत 7 अफसर पुरस्कृत होंगे. दरअसल इस टीम के द्वारा पूरे मामले का उद्भेदन किया गया था. हाईप्रोफाइल इस मामले को लेकर सरकार की काफी किरकिरी हुई थी.

रूपेश सिंह हत्याकांड: दरअसल, 12 जनवरी 2021 को पटना एयरपोर्ट से घर आने के दौरान अपराधियों ने घर के पास ही रूपेश सिंह को निशाना बनाया था. बाइक सवार ऋतुराज समेत अन्य अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. जिससे उनकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी. पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि पोस्टमार्टम के दौरान रूपेश सिंह की बॉर्डी से 6 गोलियां निकाली गई थी.

पुलिस ने किया था मामले का उद्भेदन: पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी ऋतुराज ने बताया था कि रूपेश कुमार सिंह के साथ एक दुर्घटना हुई थी, जिसके बाद रूपेश सिंह ने ऋतुराज को 29 नवंबर को बहुत पीटा था. इससे वह गुस्से में था. लिहाजा जान से मारने के प्लान में कई दिनों से काम कर रहा था. लगभग डेढ़ महीने से रूपेश कुमार सिंह को मारने की कोशिश कर रहा था और आखिकार रूपेश सिंह को मार दिया गया.

151 पुलिसकर्मियों को दिया गया मेडल: कुल 151 पुलिस और जांच एजेंसियों से जुड़े अधिकारी और कर्मचारियों को यह पदक प्रदान किये गये. इनमें सीबीआई, दिल्ली पुलिस, एनआईए और अलग अलग राज्यों के पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है. इन पुरस्कारों को प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मियों में जांच एजेंसी सीबीआई के 15, महाराष्ट्र पुलिस के 11, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश पुलिस के 10-10, केरल, राजस्थान और पश्चिम बंगाल पुलिस के 8-8 पुलिसकर्मी शामिल हैं. दिल्ली पुलिस के 6 पुलिसकर्मियों को भी ये पदक दिया गया. बता दें कि 2021 में 152 और 2020 में 212 पुलिसकर्मी सम्मानित हो चुके हैं.

इसके अलावा जांच एजेंसी एनआईए और एनसीबी के 5-5 अधिकारी शामिल हैं. बाकी पुलिसकर्मी अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं. खास बात ये है कि इस बार जिन पुलिसकर्मियों को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से सम्मानित किया गया उसमें 28 महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. ये सम्मान हर साल जांच में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रदान किया जाता है.


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