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PFI की देश विरोधी गतिविधियों का खुलासा, फुलवारी शरीफ से रिटायर्ड SI समेत 2 संदिग्ध गिरफ्तार

पटना के फुलवारीशरीफ से दो लोगों को आतंकवादी संगठन सिमी (Two Arrested For Assocition With Terrorist Organization) से कनेक्शन रखने के आरोप में गिरफ्तार किया है. ये दोनों पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य है, जो लोगों को देश विरोधी गतिविधि में शामिल होने के लिए मुहिम चला रहे थे. पढ़ें पूरी खबर....

फुलवारीशरीफ से आतंकवादी संगठन से जुड़े दो लोग गिरफ्तार
फुलवारीशरीफ से आतंकवादी संगठन से जुड़े दो लोग गिरफ्तार
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Published : Jul 13, 2022, 10:39 PM IST

Updated : Jul 14, 2022, 11:38 AM IST

पटना: राजधानी पटना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने फुलवारीशरीफ इलाके से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनका आतंकवादी संगठन सिमी (Students Islamic Movement of India) से कनेक्शन मिला है. पुलिस के अनुसार दोनों फुलवारीशरीफ के नया टोला स्थित अहमद पैलेस नाम के मकान में रहते थे. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज के रूप में हुई है. मोहम्मद जलालुद्दीन झारखंड पुलिस से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर है. दोनों पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें: पूर्णियाः निगरानी के हत्थे चढ़ा कल्याण विभाग का हेड क्लर्क, 15 हजार के लिए बेच रहा था ईमान

परवेज सिमी संगठन का पूर्व सदस्य: जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार अतहर परेवज आतंकवादी संगठन सिमी का पूर्व सदस्य रहा है. दोनों सिमी के सभी अभियुक्तों का बेल कराते थे और वर्तमान में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एवं एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य है. आरोप है कि संगठन की आड़ में यह दोनों देश विरोधी रणनीति पर बैठक करते रहे हैं. साथ ही पीएफआई और एसडीपीआई की बैठकों में के सक्रिय सदस्य के रूप में भाग लेते रहे हैं. इन बैठकों में संप्रादायिकता सहित देश-विरोधी मुद्दों पर लोगों के दिमाग में भरने का काम किया जा रहा था.

देते थे हथियार चलाने की ट्रेनिंग: बताया जा रहा है कि जिस मकान में वे रहते थे, वहां मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा के नाम पर अस्त्र-शस्त्र की ट्रेनिंग दी जा रही थी. इसके अलावा दोनों पर धार्मिक उन्माद फैलाने और आतंकवादी गतिविधि कार्य करने की भी बात सामने आई है. गोपनीय ढंग से प्रशिक्षण कार्यक्रम में काफी लोग प्रशिक्षित किए गए हैं.

प्रशिक्षण में शामिल लोगों को वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षित और उनमदित करने का निर्देश दिया जाता था. जब इनके ठिकानों पर छापेमारी की गई तो पुलिस को पीएफआई का झंडा, पंपलेट, बुकलेट एवं गुप्त दस्तावेज मिले हैं. जिसमें 2047 तक भारत का इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए मुहिम चलाने से संबंधित दस्तावेज बरामद हुआ है.

"दोनों के पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं, जो देश विरोध पाए गए. इस तरह के लोगों को कोई समुदाय अपने साथ नहीं रखना चाहेगा. ये दोनों लोगों को अस्त्र-शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग दे रहे थे. मामले की जांच चल रही है" -मनीष कुमार, एडिशनल एसपी, फुलवारीशरीफ

पटना: राजधानी पटना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने फुलवारीशरीफ इलाके से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनका आतंकवादी संगठन सिमी (Students Islamic Movement of India) से कनेक्शन मिला है. पुलिस के अनुसार दोनों फुलवारीशरीफ के नया टोला स्थित अहमद पैलेस नाम के मकान में रहते थे. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज के रूप में हुई है. मोहम्मद जलालुद्दीन झारखंड पुलिस से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर है. दोनों पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं.

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परवेज सिमी संगठन का पूर्व सदस्य: जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार अतहर परेवज आतंकवादी संगठन सिमी का पूर्व सदस्य रहा है. दोनों सिमी के सभी अभियुक्तों का बेल कराते थे और वर्तमान में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एवं एसडीपीआई के सक्रिय सदस्य है. आरोप है कि संगठन की आड़ में यह दोनों देश विरोधी रणनीति पर बैठक करते रहे हैं. साथ ही पीएफआई और एसडीपीआई की बैठकों में के सक्रिय सदस्य के रूप में भाग लेते रहे हैं. इन बैठकों में संप्रादायिकता सहित देश-विरोधी मुद्दों पर लोगों के दिमाग में भरने का काम किया जा रहा था.

देते थे हथियार चलाने की ट्रेनिंग: बताया जा रहा है कि जिस मकान में वे रहते थे, वहां मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा के नाम पर अस्त्र-शस्त्र की ट्रेनिंग दी जा रही थी. इसके अलावा दोनों पर धार्मिक उन्माद फैलाने और आतंकवादी गतिविधि कार्य करने की भी बात सामने आई है. गोपनीय ढंग से प्रशिक्षण कार्यक्रम में काफी लोग प्रशिक्षित किए गए हैं.

प्रशिक्षण में शामिल लोगों को वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षित और उनमदित करने का निर्देश दिया जाता था. जब इनके ठिकानों पर छापेमारी की गई तो पुलिस को पीएफआई का झंडा, पंपलेट, बुकलेट एवं गुप्त दस्तावेज मिले हैं. जिसमें 2047 तक भारत का इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए मुहिम चलाने से संबंधित दस्तावेज बरामद हुआ है.

"दोनों के पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं, जो देश विरोध पाए गए. इस तरह के लोगों को कोई समुदाय अपने साथ नहीं रखना चाहेगा. ये दोनों लोगों को अस्त्र-शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग दे रहे थे. मामले की जांच चल रही है" -मनीष कुमार, एडिशनल एसपी, फुलवारीशरीफ

Last Updated : Jul 14, 2022, 11:38 AM IST
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