पटना: दो कुख्यात नक्सली अमरनाथ साहनी और राकेश सैनी ने आज एडीजी हेड क्वार्टर जितेंद्र कुमार के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. दोनों वामपंथी उग्रवादी संगठन के कुख्यात नक्सली माने जाते थे. इनके पास से 19 एमएम का कार्बाइन मैगजीन, 7.62 एमएम का देसी पिस्टल, 9 एमएम का 14 चक्र कारतूस,7.62 एमएम का एक देसी पिस्टल,कट्टा और 5 चक्र का कारतूस बरामद किया गया है.
इन दोनों पर क्रमशः 14 और 6 अपराधिक मामले दर्ज है. दोनों नक्सली वैशाली जिला के जंदाहा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. एडीजी हेड क्वार्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से वामपंथी उग्रवादियों के समर्पण और पुनर्वासन के लिये योजना चलाई जा रही है. इसी के तहत दोनों नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. दोनों नक्सलियों को इस योजना का लाभ दिया जायेगा.
नक्सलियों को मिलेगा योजना का लाभ
जितेंद्र कुमार ने बताया कि यह नक्सली प्रतिबंधित वामपंथी उग्रवादी संगठन के जोनल कमांडर रहे हैं. दोनों ही उग्रवादियों का लंबा चौड़ा अपराधिक इतिहास है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की नीतियों के अनुसार इनके पुनर्वासन हेतु नियमानुसार राशि के भुगतान के लिये त्वरित कार्रवाई की जाएगी.
नक्सलियों का आत्मसमर्पण पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि
बता दें कि बिहार पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है. बीते शनिवार को एसटीएफ की टीम ने तीन नक्सली को गिरफ्तार किया गया था. एक नक्सली को भी पुलिस ने मार गिराया था. नक्सली के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन में बिहार पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. ज्ञात हो कि पटना, वैशाली और लखीसराय में एसटीएफ ने नक्सली के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया है. ऐसे में वैशाली के दो नक्सलियों का आत्मसमर्पण पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है.